कॉलेज के नौजवानों को सेवा भारती ने नुक्कड़ नाटक के जरिए सिखाया साइबर ठगी से बचने का सबक
कमला नेहरू महाविद्यालय में क्विकहील फाउंडेशन व सेवा भारती की पहल, जिला पुलिस ने भी दिया सहयोग।

कोरबा(thevalleygraph.com)। आज के दौर में हर हाथ स्मार्टफोन से लैस है। घर-घर लेपटॉप-कंप्यूटर व टेब का चलन देखा जा रहा। ऐसे में जरा सी लापरवाही साइबर के जाल में फंसकर नुकसान का कारण बन सकती है। इन्हीं बातों पर फोकस करते हुए क्विकहील फाउंडेशन व सेवा भारती की संयुक्त पहल पर नुक्कड़ नाटक के जरिए युवाओं को जागरुक किया गया। आकर्षक प्रस्तुति देकर युवाओं को इंटरनेट के उपयोग के दौरान सचेत रहने व साइबर ठगी से बचने की विधियां बताई गई।
साइबर शिक्षा से साइबर सुरक्षा विषय पर गुरुवार को सेवा भारती कोरबा व क्विक हील फाउंडेशन पुणे के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम कमला नेहरू महाविद्यालय में जिला पुलिस कोरबा के सहयोग से आयोजित किया गया था। सेवा भारती छत्तीसगढ़ के प्रांतीय सहसचिव अभिषेक शर्मा, सेवा भारती कोरबा के सहसचिव उमेश सोनी ने भी विद्यार्थियों समेत कॉलेज परिवार को संबोधित किया। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों व सहायक प्राध्यापकों को अलर्ट करने सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने नुक्कड़ नाटक (स्ट्रीट प्ले) प्रस्तुत किया। रोचक विधि से साइबर सुरक्षा के विषय पर जानकारी दी गई। उन्होंने अपनी प्रस्तुति से बताया कि वर्तमान तकनीक के समय में किस तरह से आनलाइन फ्रॉड से बचा जा सकता है। कार्यक्रम के पश्चात कोरबा पुलिस के साइबर सेल के अधिकारियों ने भी इस विषय पर अपनी बात रखी। नुक्कड़ नाटक टीम से योगेश शेट्टी, गौरव निमकर, त्रुषांत पाटे, कृष्ण नौवाले, अमोल अग्लावे, विशाल चवन शामिल रहे। सेवा भारती से मयंक श्रीवास भी उपस्थित रहे।इंटरनेट के मायाजाल से बचने जागरुकता जरूरी
यह कार्यक्रम प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर के मार्गदर्शन, वरिष्ठ प्राध्यापक अजय मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित किया गया। प्राचार्य डॉ. बोपापुरकर ने कहा कि इंटरनेट माध्यमों के सही इस्तेमाल के साथ दुरुपयोग से बचने हमें साइबर दुनिया के प्रति सचेत व सजग बनने की जरूरत है। तभी हम अत्याधुनिक सूचना तकनीक का उचित प्रयोग करते हुए विज्ञान की इस सौगात को वरदान बना सकते हैं। सेवा भारती व क्विकहील फाउंडेशन का यह प्रयास निश्चित तौर पर साइबर के मायाजाल से बचने मददगार साबित होगा।