DPS NTPC की “विरासत”:- एक ओर Students ने पेश किया वीर शिवाजी और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का शौर्य तो मंच पर जीवंत हुई किंग लियर की त्रासदी से भरी कहानी


दिल्ली पब्लिक स्कूल एनटीपीसी में वार्षिक उत्सव समारोह “विरासत” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। शिक्षा समेत विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर लगभग 1600 पदक और प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस दौरान स्कूल के विद्यार्थियों ने अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। एक ओर वीर शिवाजी और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का शौर्य नजर आया तो दूसरी ओर मंच पर किंग लियर के त्रासदी से भरी कहानी भी जीवंत हुई।


कोरबा(theValleygraph.com)। दिल्ली पब्लिक स्कूल एनटीपीसी का वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस भव्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्नव मैत्रा, महाप्रबंधक (ओ एंड एम) एनटीपीसी रहे। विशिष्ट अतिथियों में सोमनाथ भट्टाचार्जी, महाप्रबंधक (अनुरक्षण), मनीष वसंत साठे महाप्रबंधक (राखड़ प्रबंधन) एनटीपीसी, नेहा तिवारी, जितेन्द्र कुमार सिंह, एडीजे, कटघोरा न्यायालय, प्रतीक्षा अग्रवाल, सिविल जज, कुमार निशांत, डीएफओ कटघोरा, आल इंडिया एनटीपीसी फेडरेशन इंटक के जनरल सेक्रेटरी एवं एनटीपीसी कोरबा इंटक के वर्किंग प्रेसिडेंट केपी चंद्रवंशी, डॉ. विवेक सिन्हा, सीएमओ, बालको, विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य व गणमान्य अतिथियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की।


प्राचार्य सतीश शर्मा ने प्रस्तुत किया वार्षिक प्रतिवेदन

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद विद्यालय के प्राचार्य सतीश शर्मा ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वर्षपर्यंत हुई गतिविधियों व शैक्षणिक विकास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस सत्र में विभिन्न शैक्षणिक, सह शैक्षणिक व खेल-कूद आदि गतिविधियों में विद्यार्थियों को लगभग 1600 पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।


अतिथियों के स्वागत के बाद डीपीएस गान व स्वागत नृत्य ने सबका मन मोह लिया। भारत की विविधतापूर्ण सांस्कृतिक धरोहर को विरासत के माध्यम से 575 विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया। प्रैप कक्षाओं के लगभग 110 नन्हें बाल कलाकारों के सीजन्स ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। पहली व दूसरी कक्षाओं के बाल कलाकारों ने पंचतत्व नामक नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति दी। कक्षा तीसरी से पाँचवीं के विद्यार्थियों ने मराठा साम्राज्य के सूर्य छत्रपति शिवाजी तथा वीरांगना झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के योगदान को नृत्य के माध्यम से आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया। कृतज्ञ के द्वारा कक्षा छठवीं व सातवीं के विद्यार्थियों ने समस्त गुरुओं के प्रति अपनी कृतज्ञता को नृत्यमय अभिव्यक्ति दी। रेट्रो टू मेट्रो के माध्यम से कक्षा आठवीं व नवमीं के विद्यार्थियों ने समां बाँध दिया।

नृत्य नाटिका एकलव्य द्वारा गुरु के प्रति गहन समर्पण के भाव को प्रदर्शित किया गया। कक्षा नवीं व ग्यारहवीं के विद्यार्थियों ने विलियम शेक्सपीयर की प्रसिद्ध त्रासदी किंग लीयर का शानदार मंचन किया। विद्यालय के उभरते कलाकारों के इंस्ट्रूमेंटल फ्यूजन ने दर्शकों को खूब लुभाया। विद्यालय की प्रधान पाठिका सिंधु खंडेलवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।



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