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Class Room के बाहर घूम रही थी मादा गोह, सर्प मित्रों की मदद से रेस्क्यू किया शेड्यूल 1 का खूबसूरत सरीसृप

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कमला नेहरू महाविद्यालय में सरीसर्प बचाव अभियान, RCRS सदस्य उमेश यादव व टीम ने किया रेस्क्यू, प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने विद्यार्थियों से की वन्य जीवों के संरक्षण की अपील।

कोरबा। शनिवार को कमला नेहरू महाविद्यालय में एक अनोखी घटना घटी, जब कक्षा में एक मादा गोह प्रजाति (वेरनेस प्रजाति) का जीव पाया गया। यह डब्ल्यूपीए 2022 के अनुसार शेड्यूल 1 का जीव है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने तुरंत सर्प मित्र एवं आरसीआरएस के सदस्य उमेश यादव को सूचित किया।

सूचना मिलने पर सर्प मित्र उमेश यादव का दल कॉलेज पहुंचा और जंतु विज्ञान के सहायक प्राध्यापकों की उपस्थिति एवं सहयोग में कुशलतापूर्वक सांप का रेस्क्यू किया गया। इसके बाद, सुरक्षित स्थान पर विभागीय संज्ञान के साथ उसके प्राकृतिक आवास में रिलीज़ कर दिया गया।


प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने किया पर्यावरण एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रेरित

प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने जीवों के संरक्षण के लिए प्रयासों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने आमजनों और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि जीव संरक्षण में सदैव भागीदार बनें। अपने आस पास ऐसे जीव नजर आएं तो उनपर हमला न करें, बल्कि वन विभाग को सूचित करें। उन्होंने उमेश यादव अनीश यादव और हिमांशु यादव को इस कार्य के लिए बधाई दी। डॉ बोपापुरकर ने कहा कि कमला नेहरू महाविद्यालय में समय-समय पर जीव और पादप संरक्षण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके माध्यम से छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाता है। इस घटना ने एक बार फिर से पर्यावरण और जीव संरक्षण के महत्व को उजागर किया।


विद्यार्थियों को दी गई रोचक जानकारी

इस अभियान से छात्रों को यह सीखने का अवसर मिला कि कैसे जीवों के साथ सहानुभूति और सावधानी से व्यवहार किया जा सकता है। यह पहल छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देगी। कमला नेहरू महाविद्यालय का यह सरीसृप बचाव अभियान न केवल जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझने में मदद करता है। इस तरह के प्रयासों से हम अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों और जीव-जन्तुओं की रक्षा कर सकते हैं।

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