आईपीएस रतनलाल डांगी पर लगे सनसनीखेज आरोपों के बीच शिकायतकर्ता महिला के अपने ही परिवार ने कुछ चौकाने वाले खुलासे कर उस पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस में वरिष्ठ आईपीएस अफसर आरएल डांगी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच एक नई कहानी सामने आई है, जिसने पूरे मामले में शिकायतकर्ता के आरोपों पर सवाल खड़ा कर दिया है। महिला ने आईजी डांगी पर आरोप लगाया है, उसी के परिजनों (दीदी-जीजा) ने अपनी बहन को गलत ठहराते हुए चैंकाने वाले नए खुलासे किए हैं।
प्रतिष्ठित समाचार समूह “दैनिक भास्कर” के हवाले से यह बात सामने आई है कि,,
“मीडिया से चर्चा के दौरान शिकायतकर्ता महिला, जिसे योग शिक्षिका बताया जा रहा है, की बड़ी बहन ने आईपीएस डांगी पर छोटी बहन की ओर से लगाए गए आरोपों को सीधे तौर पर झूठला दिया है। उनका कहना है कि उसकी छोटी बहन बचपन से ही ऐसी है। वह उनके पिता और मेरे पति को भी इस तरह बदनाम कर चुकी है।
शिकायतकर्ता महिला की बड़ी बहन ने बताया कि जब वो नाबालिग थी, तब भी कई बार अलग-अलग लड़कों के साथ घर छोड़कर चली गई थी। उनका दावा है कि उनकी छोटी बहन की वजह से परिवार टूट गया।”
धोखाधड़ी-ब्लैकमेलिंग में पहली भी शामिल
परिजनों का यह भी कहना है कि महिला का व्यवहार पहले से संदिग्ध रहा है और वह धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग जैसे मामलों में पहले भी शामिल रह चुकी है। जीजा ने बताया कि वह कई बार पारिवारिक विवादों में झूठे आरोप लगाकर पैसे की मांग करती थी। उन्होंने कहा श्अब उसने एक ईमानदार अधिकारी को निशाना बनाया है।श्
हमारे पास उसके पुराने केस के दस्तावेज और बयान मौजूद हैं। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता महिला के खिलाफ भी कई पुरानी शिकायतें सामने आई हैं, जिन्हें अब जांच में शामिल किया जा सकता है।
उल्लेखनीय होगा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ IPS अधिकारी रतनलाल डांगी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। यह आरोप पुलिस विभाग में पदस्थ सी की पत्नी ने लगाया है। महिला का कहना है कि पिछले 7 सालों से आईपीएस डांगी उसका शारीरिक और मानसिक शोषण कर रहे हैं।
वहीं आईपीएस डांगी ने भी डीजीपी को लिखित शिकायत में बताया है कि महिला उन्हें बदनाम करने और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है, साथ ही जहर लेकर धमकी देने और वीडियो कॉल पर लगातार निगरानी रखने जैसी शर्तें भी रखी हैं।
महिला ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर 15 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि साल 2017 में रतनलाल डांगी से उसकी मुलाकात कोरबा में हुई थी, जब आईपीएस डांगी वहां एसपी पद पर तैनात थे।
शुरूआती बातचीत सोशल मीडिया पर हुई, जो आगे बढ़ती गई। दंतेवाड़ा में पदस्थापना के दौरान वह वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें योग सिखाती थी। बाद में राजनांदगांव और सरगुजा में आईजी बनने के बाद डांगी ने कथित रूप से उसे परेशान करना शुरू किया। बिलासपुर आईजी रहते हुए उत्पीड़न का सिलसिला और बढ़ गया।
शिकायत में महिला ने बताया है कि आईपीएस डांगी उसे अपनी पत्नी की गैरमौजूदगी में बंगले पर बुलाते थे और न आने पर तबादले की धमकी देते थे। चंद्रखुरी पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में तबादले के बाद भी वह वीडियो कॉल के जरिए सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क करने का दबाव बनाते थे। महिला ने यह भी दावा किया है कि उसके पास कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य मौजूद हैं।
आईपीएस रतनलाल डांगी बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश
महिला के आरोपों पर चर्चा के दौरान रतनलाल डांगी ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। इस मामले की शिकायत उन्होंने पूर्व में ही सीनियर अफसरों से की है।
महिला को इस बात की जानकारी मिली तो उसने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर शिकायत की है। महिला मुझे बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए ये सब कर रही है।
 
             
	