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Korba: ऊर्जानगरी के ख्यातिलब्ध फिजियोथैरेपिस्ट ने बढ़ाया मान, डॉ विवेक अरोरा को राष्ट्रीय सम्मेलन में मिला “फिजियो रत्न” सम्मान

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The Indian Association Of Physiotherapist’s Chhattisgarh State ब्रांच ने रायपुर में आयोजित 2nd CG PHYSIOCON 2025 में किया सम्मानित


कोरबा। राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में ऊर्जानगरी के ख्यातिलब्ध फिजियोथैरेपिस्ट डॉ विवेक अरोरा ने कोरबा व छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। उन्हें द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरेपिस्ट की ओर से फिजियो रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं, बीते रायपुर में इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट छत्तीसगढ़ स्टेट ब्रांच द्वारा आयोजित इस 2nd CG फिजियोकॉन 2025 में सेलिब्रिटी स्पोर्ट्स फिजियो डॉ. अज़ाज़ अशाई के सत्र-जमीनी चोटों पर निदान के 30 सेकंड, उपचार के 3 मिनट (हैमस्ट्रिंग की विभिन्न तकनीकें) के दौरान चेयरिंग की जिम्मेदारी के लिए भी डॉ. विवेक अरोरा को चिह्नित किया गया। इसके अलावा प्रशंसा प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया है। डॉ अरोरा पूरे कोरबा जिले से यह सभी सम्मान प्राप्त करने वाले एकमात्र फिजियोथैरेपिस्ट हैं। उन्हें यह सम्मान विश्वकप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियो डॉ आकांशा सत्यवंशी (पीटी) एवं स्वामी विवेकानन्द राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (SVNIRTAR) के निदेशक डॉ. पीपी मोहंती ने प्रदान किया।


इसके अलावा डॉ अरोरा को सम्मेलन में होने वाले साइंटिफिक पोस्टर प्रेजेंटेशन का जज बनने का भी मौका मिला। जहां उन्होंने पोस्टर प्रेजेंटेशन करने वाले प्रतिभागियों को काफी साइंटिफिक सवाल पूछे। उन्हें एडवांसमेंट इन फील्ड के बारे में बताया और यह भी बताया कि इस बार उन्हें क्या गलतियां की।


अपने अनुभव साझा करते हुए डॉ विवेक अरोरा ने कहा कि सम्मेलन-परिसर में चर्चा के दौरान कई युवा प्रतिभागियों ने पूछा कि “फिजियो रत्न जैसे सम्मान का वास्तविक अर्थ क्या है?” आयोजकों के अनुसार, यह पदवी केवल नैदानिक कुशलता की पहचान नहीं, बल्कि रोगी-केंद्रित संवाद, एविडेंस-आधारित निर्णय और समुदाय-स्तरीय प्रभाव का संयुक्त मूल्यांकन भी है। यानी चिकित्सक किस हद तक इलाज को मेजरेबल परिणामों में बदल पा रहा है और व्यवहार-परिवर्तन तक बात पहुंचा रहा है। इस नजरिए से देखें तो कोरबा में डॉ. अरोरा का काम, पोश्चर और एर्गोनॉमिक्स शिक्षा, होम-एक्सरसाइज का सरल अनुवाद, आउटकम-स्कोर पर आधारित फॉलो-अप कई वर्षों से निरंतर चल रहा है। यही सततता उन्हें राज्य मंच तक लाती है, जिनके आधार पर उन्हें यह सम्मान प्रदान किए गए।


इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट छत्तीसगढ़ ने रविवार को शहीद स्मारक भवन में सीजी फिजियोकॉन आयोजित किया। इस सम्मेलन में प्रदेश के वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट के साथ देशभर से विशेषज्ञ शामिल हुए। सम्मेलन रोबोटिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित फिजियोथेरेपी तकनीकों पर केंद्रित रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि इनसे न्यूरोलॉजिकल और ऑर्थोपेडिक रिहैबिलिटेशन में सटीकता के साथ परिणाम बेहतर हुए हैं।

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