कोरबा। समाज में पीड़ित लोगों का दर्द और राहत की राह समझने कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा के एमएसडब्ल्यू के स्टूडेंट्स बेबअपना घर सेवा आश्रम का भ्रमण किया। वहां उन्होंने समाज कार्य की मूल भावना को प्रत्यक्ष रूप से देखा और सेवा के लिए जीवन समर्पित करने वाले युवा स्वयंसेवियों की जिम्मेदारियों से भी रूबरू हुए।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने बताया कि समाज कार्य में प्रोफेशनल करियर स्थापित करने के लिए सामाजिक गतिविधियों की विधि और प्रबंधन को समझना आवश्यक है। यही लक्ष्य लेकर मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से जिले में चल रहे सामाजिक सेवा के कार्यों से रूबरू कराया जा रहा है। इसी कड़ी में कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा के एमएसडब्ल्यू प्रथम वर्ष प्रथम सेमेस्टर एवं द्वितीय वर्ष तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने अपना घर सेवा आश्रम का भ्रमण किया। संस्था द्वारा संचालित आश्रय केंद्र में आश्रय पाने वालों के साथ वक्त बिताया, उनका हाल चाल जाना और उनकी देखरेख करने वाले अपना घर सेवा आश्रम के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियों को समझने का भी प्रयास किया। युवा स्वयंसेवी राणा मुखर्जी ने इन विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर उनका मार्गदर्शन किया। यह शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम एमएसडब्ल्यू विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ विमला सिंह एवं श्रीमती कविता पटेल के मार्गदर्शन में किया गया। आश्रम में रह रहे मानसिक, शारीरिक, आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पीड़ित लोगों के जीवन की कठिन स्थिति में आश्रम और संस्था किस प्रकार से सहायक बन रही है, इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर व्यावहारिक अध्ययन किया गया। एमएसडब्ल्यू के साथ इस शैक्षणिक भ्रमण में समाज शास्त्र विषय की शिक्षा प्राप्त कर रहे विभिन्न कक्षाओं में अध्ययनरत छात्र छात्राएं भी उपस्थित रहे। एमएसडब्ल्यू श्रुति यादव, मुस्कान राजपूत, पूजा केंवट, गौरी नेताम, विनीता नायक, धारणा केंवट, करुणा लहरे, बीए अंतिम वर्ष (समाजशास़्त्र) से शताब्दि राॅय, मेघा तिवारी, भूमिका राजपूत, पूजा कंवर, चांदनी कुमारी, करिश्मा पटेल, कुसुम पटेल, कृषम सिन्हा, लक्ष्मी बरेठ इस भ्रमण में शामिल रहे।






