हाल के सालों में सहायक कंपनी SECL तकनीकी आधुनिकीकरण और एशिया की सबसे बड़ी खुली कोयला खदानों में से एक, गेवरा परियोजना के विस्तार में अग्रणी रही है। कोयला मंत्रालय ने 16.12.2025 को CIL को आगामी वित्तीय वर्ष में सहायक कंपनियों एमसीएल और एसईसीएल की लिस्टिंग सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की सलाह दी थी।
कोलकाता। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) के शेयर मार्केट में लिस्ट होने रास्ता साफ हो गया है। कोल इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने सैद्धांतिक रूप से लिस्टिंग को मंजूरी दे दी है। मंगलवार 23 दिसंबर को कोल इंडिया ने शेयर मार्केट को इसकी सूचना दे दी थी, जिसके बाद उसी दिन कोल इंडिया लिमिटेड के शेयरों में 3% तक की तेजी देखने को मिली थी। मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे कोल इंडिया लिमिटेड के शेयर .67% चढ़कर 403.10 रुपये पर ट्रेड हो रहे थे, इस तरह से प्रति शेयर 2.70 रुपये की तेजी देखने को मिली।
अधिकारियों के अनुसार, यह फैसला कोयला मंत्रालय द्वारा कोल इंडिया को दिए गए निर्देश के बाद लिया गया है, जिसमें उसे अपनी दो प्रमुख अनुषंगी कंपनियों… महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) और एसईसीएल… को अगले फाइनेंशियल ईयर के अंदर लिस्ट कराने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा गया था।
यह कदम केंद्र सरकार की उच्च प्रदर्शन करने वाली पब्लिक सेक्टर की कंपनियों में वैल्यू एडिशन करने और सार्वजनिक भागीदारी के जरिए कॉरपोरेट पारदर्शिता बढ़ाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि एसईसीएल को दी गई मंजूरी अब कोयला मंत्रालय को भेजी जाएगी, जो इसे आगे निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग को सौंपेगा। प्रस्तावित लिस्टिंग विभिन्न प्राधिकरणों से नियामकीय स्वीकृतियों पर निर्भर है।
एसईसीएल, कोल इंडिया की सबसे प्रोडक्टिव शाखाओं में से एक है, जिसने FY 2024-25 में 167 मिलियन टन का उत्पादन किया। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मुख्यालय वाली यह कंपनी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में व्यापक खनन परियोजनाओं का संचालन करती है। अधिकारियों ने बताया कि हाल के सालों में, सहायक कंपनी तकनीकी आधुनिकीकरण और एशिया की सबसे बड़ी खुली कोयला खदानों में से एक, गेवरा परियोजना के विस्तार में अग्रणी रही है।