कोरबा

2 घंटे की सर्जरी से 74 वर्षीय बुजुर्ग को 5 साल की असहनीय पीड़ा से राहत, NKH में सफल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट

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कोरबा। जिले के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। एनकेएच कोरबा में जॉइंट रिप्लेसमेंट की सुविधा नियमित रूप से उपलब्ध है, जिससे स्थानीय निवासियों को बड़ा लाभ मिल रहा है। अस्पताल में नवीनतम तकनीक का उपयोग करके जॉइंट रिप्लेसमेंट की सर्जरी की जा रही है, जिससे मरीजों को जल्दी और प्रभावी इलाज मिल रहा है।

5 वर्षों की असहनीय पीड़ा से मुक्ति मिली

हाल ही में, 74 वर्षीय गजराज सिंह रायगढ़ निवासी का एनकेएच कोरबा में सम्पूर्ण घुटना प्रत्यारोपण (टोटल नी रिप्लेसमेंट) सफलतापूर्वक किया गया है। श्री सिंह पिछले 4-5 वर्षों से अपने बाएं घुटने में दर्द से परेशान थे, जो पिछले दो महीनों में और अधिक बढ़ गया था। उन्हें चलने में कठिनाई के साथ बाएं घुटने में सूजन भी थी। परामर्श के दौरान हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. चंदानी ने उन्हें गंभीर ऑस्टियोआर्थराइटिस (गठिया) से पीड़ित पाया।

विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. चंदानी और उनकी टीम ने गजराज सिंह का बाएं घुटने का सम्पूर्ण प्रत्यारोपण किया। यह सर्जरी मात्र दो घंटे में सफलतापूर्वक पूरी हुई। सर्जरी के तीन दिन बाद ही गजराज सिंह ने वॉकर की मदद से चलना शुरू किया और महज 3 दिन में ही वे बिना किसी सहारे के चलने लगे। ऑपरेशन के 5 दिन बाद श्री सिंह को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

नवीनतम तकनीक का उपयोग

न्यू कोरबा अस्पताल में नवीनतम तकनीक का उपयोग करके जॉइंट रिप्लेसमेंट की सर्जरी की जा रही है, जिससे मरीजों को जल्दी और प्रभावी उपचार लाभ मिल रहा है। टीम में अनुभवी और योग्य डॉक्टर हैं, जो मरीजों को व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करते हैं।

समय पर इलाज कराना जरूरी

डॉक्टर चंदानी ने बताया कि घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का विचार डराने वाला हो सकता है, लेकिन समय पर इलाज कराना जरूरी है। देरी से इलाज कराने से दर्द बढ़ सकता है और रिकवरी मुश्किल हो सकती है। इसलिए, अगर आपको घुटने में दर्द हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और समय पर इलाज कराना सुनिश्चित करें।

NKH में 100 से अधिक सफल जोड़ प्रत्यारोपण

एनकेएच के डायरेक्टर डॉ. एस. चंदानी ने बताया कि पहले जिले के मरीजों को घुटने, कंधे व कूल्हे के जोड़ प्रत्यारोपण के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता था। अब एनकेएच में ही यह सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को कम खर्च में बड़ा ऑपरेशन यहीं किया जा रहा है। अब तक 100 से अधिक मरीजों का कूल्हे, कंधे और पैर के जोड़ का पूर्ण प्रत्यारोपण (टी.एच.आर.) एनकेएच में सफलतापूर्वक किया जा चुका है। पिछले कुछ महीने में ही आधा दर्जन टी.एच.आर. के सफल ऑपरेशन किए गए हैं।


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Aakash Pandey

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