खेलो इंडिया अस्मिता: स्टेट बैडमिंटन टूर्नामेंट में दिखाना है रैकेट का दम, तो खिलाड़ी पहले जान लें ये जरुरी नियम


छत्तीसगढ़ बैडमिंटन एसोसिएशन के बैनर तले इसी माह फरवरी के अंतिम सप्ताह में रायपुर में एक स्टेट टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। नाम से स्पष्ट है कि खेलो इंडिया अस्मिता स्कीम के तहत होने वाली इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बालिकाओं अथवा महिला खिलाड़ियों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन पर फोकस है। आयु सीमा की बात करें तो स्पर्धा में अंडर- 17 व अंडर-19 एवं महिला वर्ग के बैडमिंटन प्लेयर हिस्सा ले सकेंगी। उम्दा प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ी पुरस्कृत होंगी, जो उनके खाते में स्थानांतरित की जाएगी। गौर करने वाली बात यह है कि अगर खिलाड़ी की उम्र 18 वर्ष से कम है, यानि वह नाबालिग है, तो भी उसके नाम का बैंक खाता होना अनिवार्य है। उसके माता-पिता या गार्जियन का बैंक खाता नहीं चलेगा और इसके लिए वक्त रहते उनका माइनर अकाउंट खुलवाना लाजमी होगा।


कोरबा/रायपुर(thevalleygraph.com)। इस संबंध में कोरबा जिला बैडमिंटन एसोसिएशन (KDBA) के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ खिलाड़ी अशोक शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ बैडमिंटन एसोसिएशन (CGBA) के तत्वावधान में खेलो इंडिया की अस्मिता योजना के तहत महिला खिलाड़ियों (अंडर-17, 19 बालिका एवं महिला वर्ग) के लिए राज्य स्तरीय टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। यह स्पर्धा इसी माह 25 से 28 फरवरी के बीच रायपुर में आयोजित होगी। CGBA की ओर से इस संबंध में विस्तृत जानकारी कोरबा जिला बैडमिंटन संघ (केडीबीए) समेत प्रदेशभर के एसोसिएशन को जारी कर दी गई है। केडीबीए को भेजे गए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि वे कोरबा जिले के खिलाड़ियों को सूचित कर प्रक्रिया पूरी करने जरुरी बातों से अवगत कराएं। साथ ही कहा गया है कि टूर्नामेंट का विवरण और प्रवेश पंजीकरण की प्रक्रिया भी जल्द ही जारी की जाएगी। इस बीच एसोसिएशन से कहा गया है कि वे जिन खिलाड़ियों की एंट्री खेलो इंडिया प्रतियोगिता के लिये भेजेंगे, उन सभी खिलाड़ियों के लिए स्वयं का बैंक खाता होना अनिवार्य है।


गाइडलाइन के अनिवार्य निर्देश पर एक नजर

1. स्पर्धा में भाग लेने वाले माइनर खिलाड़ियों के लिए माइनर अकाउंट ही स्वीकार्य हैं। माता-पिता या अभिभावक के बैंक खाते मान्य नहीं होंगे। संघ को स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि इस स्पर्धा में जिले का प्रतिनिधित्व करने चुने गए खिलाड़ी की आयु 18 वर्ष से कम है, तो समय रहते बैंक में माइनर अकाउंट (Minor accounts) खुलवाना सुनिश्चित करें।

2. अब प्रतिवर्ष खेलो इंडिया अस्मिता योजना के तहत टूर्नामेंट का आयोजित किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले महिला-बालिका खिलाड़ियों की अस्मिता आईडी बनाई जाएगी। यह आईडी स्थाई प्रकृति की होगी और विजेताओं की पुरस्कार राशि सीधे खिलाड़ियों के खाते में स्थानांतरित की जाएगी। यदि खाता विवरण जाली या गलत है, तो संबंधित खिलाड़ी की पुरस्कार राशि रद्द कर दी जाएगी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *