कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन ने अपने एक साल के कार्यकाल में लोकहित को सर्वोपरि रख ऐसी बेमिसाल पारी खेली, कि जनता ही नहीं, प्रतिस्पर्धी भी उनके मुरीद हो गए। यही वजह रही जो आज कोरबा में साकेत की कुर्सी से लेकर हर वार्ड, हर गली, हर कस्बे, नगर-गांव में कमल खिला और भाजपा के साथ सुशासन का ध्वज लहरा रहा है। कोरबा नगर निगम में भी अब केवल और केवल जन जन के तीव्र और चहुंमुखी विकास की अविरल धारा प्रवाहित करने वक्त आ गया है।
सोमवार 3 मार्च 2025 की तिथि, कैबिनेट मंत्री लखन देवांगन के नेतृत्व में कोरबा नगर निगम में ट्रिपल इंजन की सरकार काबिज करने वाली बीजेपी और शहरवासियों के लिए एक बड़ा ऐतिहासिक दिन है। सोमवार की दोपहर शुभ दिन और शुभ घड़ी में नगर निगम की नवनिर्वाचित मेयर श्रीमती संजू देवी राजपूत समेत विजयी पार्षदों के विधिवत शपथ ग्रहण के साथ ताजपोशी होगी। जीत के महा जश्न का यह दिन न केवल भारतीय जनता पार्टी के लिए, बल्कि कोरबा शहर की जनता के लिए वास्तव में ऐतिहासिक है।
कोरबा में भाजपा को हासिल हुई बैक टू बैक जीत ने राजनीति के धुरंधर कहे जाने वाले रणनीतिकारों को भी हैरत में डाल दिया। खुद भाजपाइयों को भी अचंभित होकर सोचने पर विवश कर दिया। इस रिकॉर्ड तोड़ जीत के साथ-साथ कांग्रेस की करारी हार के पीछे आए सवालों के बाद सिर्फ एक ही करारा जवाब पेश होता है, वह है सिर्फ और सिर्फ उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन। कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन का व्यक्तित्व, जो अब तक सादा, स्वच्छ-शुद्ध और लोकप्रिय तो रहा ही, एक साल में कोरबा की जनता के लिए ताबड़तोड़ हासिल किए करोड़ों के विकास कार्यों, सौगातों की झड़ी ने उनकी छवि को लोकहितैशी और लोक कल्याणकारी के ओहदे से भी नवाजा है। लोगों को साथ लेकर, लोगों के विश्वास के साथ आगे बढ़कर और लोगों के हित की सोच रखकर जो एक साल की पारी उन्होंने खेली, वही सबसे बड़ा फैक्टर है, जो आज कोरबा में साकेत की कुर्सी से लेकर हर वार्ड, हर गली, हर कस्बे, नगर-गांव में कमल खिला, भाजपा के साथ सुशासन का ध्वज लहरा रहा है।
इस जीत के क्या मायने हैं,… यही की लखन के साथ अपनी जीत महसूस कर रही है कोरबा की जनता
3 मार्च को नगर निगम की नवनिर्वाचित मेयर श्रीमती संजू देवी राजपूत समेत विजयी पार्षदों का ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है। यह दिन कोरबा में ट्रिपल इंजन की सरकार काबिज करने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बड़ा ऐतिहासिक दिन है। जीत के महा जश्न का यह दिन न केवल भाजपा के लिए, बल्कि कोरबा शहर की जनता के लिए वास्तव में ऐतिहासिक होगा। इस जीत के यही मायने अहम हैं, कि कमल और लखन की जीत को स्वयं जनता जनार्दन अपनी जीत की तरह महसूस कर रही है।
इस जीत को आखिर इतनी बड़ी जीत क्यों कहा जा रहा है, इसे जानने बीते एक साल को जरा सा रिवाइन करके देखना होगा। आखिर पिछले एक साल में ऐसा क्या हुआ, कि ऐसी अकल्पनीय सफलता हासिल हुई, जिसकी कल्पना स्वयं भाजपाइयों ने भी नहीं की होगी। कोरबा में भाजपा की बैक टू बैक जीत, विरोधियों की करारी हार और हर सवाल के बाद सिर्फ एक ही करारा जवाब पेश होता है और वह है उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन। दूसरा महत्वपूर्ण फैक्टर ये रहा कि जनता से किए वादों को अमल में लाते हुए मंत्री लखन ने कोरबा में विकास कार्यों की वापसी कराई। पिछले तीन डेढ़ दशक से त्राहि त्राहि कर रही कोरबा की जनता ने मंत्री लखनलाल देवांगन का हाथ थामकर सुशासन और विकास की राहों पर कदम रखा और फिर वहीं उत्साह मतदान केंद्रों में उमड़ता दिखाई पड़ा। परिणाम आज सबके सामने है।
लखन की अगुआई में कोरबा से कांग्रेस को नेस्तनाबूत कर 2024-25 में BJP ने लिखी ऐतिहासिक विजय गाथा
पिछले एक साल के कार्यकाल में कोरबा नगर विधायक एवं कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन जनता ऐसे जुड़े, उनके बीच ऐसे मौजूद रहे, जैसे वे सिर्फ कोहड़िया के नहीं, कोरबा 67 वार्डों में प्रत्येक वार्ड के अपने निवासी हों। उससे पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नेस्तनाबूत कर ऐतिहासिक विजय गाथा लिखी गई और उसके बाद लोकसभा चुनाव में भी कोरबा विधानसभा से भाजपा को 50 हजार की लीड दिलाई। लखन यहीं न रुके और इस साल हुए नगरीय निकाय चुनाव से लेकर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजों तक, जनता ने लखन की लहर में खूब होता लगाया।