कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत (IAS) ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा में इसकी घोषणा हुई है।
फ्लाईऐश यानी राखड़ परिवहन के सुनियोजित और सुव्यवस्थित निपटान के लिए विष्णुदेव सरकार द्वारा विशेष प्रक्रिया अपनाने की कवायद शुरू की जा रही है। जल्द ही फ्लाई ऐश ट्रांसपोर्टिंग की निगरानी GPS ट्रैकिंग के जरिए की जाएगी। निर्धारित स्थान पर जियो टैगिंग लगाए जानेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इससे फ्लाई ऐश की डंपिंग के लिए पैमाने के अनुसार निर्धारित स्थल पर ही परिवहन सुनिश्चित करने की व्यवस्था हो सकेगी।
कोरबा(theValleygraph.com)। पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने छग सरकार निरन्तर प्रयासरत है। इस दिशा में कदम उठाते हुए अब फ्लाई ऐश ट्रांसपोर्टेशन को पारदर्शी बनाने जीपीएस ट्रैकिंग और जीयो टैगिंग की व्यवस्था की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार छग सरकार 15 अप्रैल से फ्लाई ऐश ट्रांसपोर्टिंग को जियो टैगिंग व जीपीएस ट्रैकिंग से जोड़ रही है, जिससे प्रदूषण सम्बन्धी शिकायतों में कमी आएगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार का यह कदम स्वागतेय है, बशर्ते धरातल पर इस व्यवस्था का अक्षरशः पालन भी सुनिश्चित किया जाए। सामान्यतः यह देखा गया है कि फ्लाईएश का समुचित निपटान नहीं किया जाता। फ्लाईएश ट्रांसपोर्टेशन में लगे ट्रांसपोर्टर फ्लाइएश को कहीं भी डंप करा देते हैं। यत्र-तत्र बिखराव से प्रदूषण सम्बन्धी गम्भीर संकट उतपन्न होता है। सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रख सरकार ने यह निर्णय लिया है।