जिला सहकारी बैंक के काउंटर पर नोटों की गड्डी लेकर खड़ी बुजुर्ग ने IAS से कहा- “ले न गिन दे कलेक्टर बाबू”


जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में ग्राहकों के बीच अचानक जिला कलेक्टर पहुंच गए। औचक निरीक्षण में उन्होंने बैंक की व्यवस्था का जायजा लिया और काउंटर पर खड़ी एक बुजुर्ग महिला से मुखातिब हुए। उन्होंने पूछा कि लेन देन में कोई परेशानी तो नहीं होती। बुजुर्ग महिला ने कहा कि नहीं, सबकुछ बड़ी सुविधा जनक है और इस बीच काउंटर से नोटों की गड्डी बाहर आई। उसका पैसा बराबर है या नहीं, यह जानने की धुन में महिला ने तपाक से कहा – ले न गिन दे कलेक्टर बाबू…और कलेक्टर समेत वहां मौजूद तमाम लोग मुस्कुरा दिए।


News – theValleygraph.com


अंबिकापुर। जिला सहकारी बैंक बतौली के औचक निरीक्षण के दौरान कलेक्टर विलास भोसकर ने कतार में खड़ी बुजुर्ग किसान महिला फूलमनी से आत्मीयता से संवाद किया। कलेक्टर (Collector in bank) ने मुस्कराते हुए बुजुर्ग महिला से पूछा कि रुपए निकालने में कोई परेशानी तो नहीं होती, इस पर फूलमनी ने सहज भाव से उत्तर दिया कि नहीं कलेक्टर बाबू, अब तो आसानी से पैसा मिल जाता है। रुपए मिलने के बाद उन्होंने कलेक्टर की ओर पैसे बढ़ाते हुए कहा कि ले न गिन दे कलेक्टर बाबू।

इस क्षण ने माहौल को इंसानी जज़्बातों से भर दिया और वहां मौजूद लोग भी मुस्करा उठे। वहीं कलेक्टर ने बैंक प्रबंधक से बैंकिंग कार्यों की विस्तार से जानकारी ली तथा आम जनता को बैंकिंग (कलेक्टर इन बैंक) से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

कलेक्टर ने बैंक में उपस्थित ग्राहकों से बातचीत कर बैंक द्वारा दी जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने देखा कि महिलाएं और पुरुष दोनों ही कतारबद्ध होकर अपने बैंकिंग कार्यों को शांतिपूर्वक संपन्न कर रहे हैं। उन्होंने इस व्यवस्था की सराहना की और बैंक अधिकारियों को इसे बनाए रखने के लिए कहा।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *