….ताकि प्रसव के वक्त घबरा न जाए, इसलिए एक माह पहले अस्पताल और OT का भ्रमण करेगी हर गर्भवती


अभियान का उद्देश्य : हर गर्भवती सुरक्षित रहे और हर बच्चा स्वस्थ जन्म ले…

हर गर्भवती सुरक्षित रहे और हर बच्चा स्वस्थ जन्म ले, इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अब प्रसव के माहभर पहले गर्भवतियों को अस्पताल में ओटी का विजिट कराया जाएगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से गंभीर गर्भवती की पहचान कर सुरक्षित प्रसव कराने अभियान चलाया जाएगा। गर्भवतियों को प्रसव से पहले अस्पताल व ओटी का भ्रमण करवाया जाएगा। ताकि गर्भवतियों के मन में प्रसव से पहले किसी भी प्रकार की असुरक्षा का भावना न रहे। अक्सर यह होता है कि पहली बार ओटी में जाकर महिलाएं घबरा जाती हैं। वहीं गर्भवतियों के सा थ पूरा परिवार भी अस्पताल का भ्रमण करेगा, ताकि प्रसव के दौरान वह अपने परिवार के सदस्य को सुरिक्षत महसूस करें।


रायपुर। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भवतियों के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। अब जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम गंभीर गर्भवतियों की पहचान कर सुरक्षित प्रसव कराएगी। शनिवार से इस अभियान की शुरूआत की जाएगी। आंकड़ों की मानें तो रायपुर जिले में हर साल 60 हजार प्रसव होते हैं। बताया जा रहा है कि अब गर्भवतियों को प्रसव से पहले अस्पताल व ओटी का भ्रमण करवाया जाएगा। ताकि गर्भवतियों के मन में प्रसव से पहले किसी भी प्रकार की असुरक्षा का भावना न रहे। अक्सर यह होता है कि पहली बार ओटी में जाकर महिलाएं घबरा जाती हैं। वहीं गर्भवतियों के सा थ पूरा परिवार भी अस्पताल का भ्रमण करेगा, ताकि प्रसव के दौरान वह अपने परिवार के सदस्य को सुरिक्षत महसूस करें। गर्भवतियों की हर माह जांच होगी। पोषण आहार को लेकर गर्भवतियों को डॉक्टर परामर्श देंगे। बताया जा रहा है कि पूरे देश में 3 करोड़ से ज्यादा गर्भवतियों की देखभाल करने का टारगेट रखा गया है। इसी उद्देश्य से रायपुर में भी यह अभियान शुरू किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में पूर्व की अपेक्षा प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर में भी भारी कमी आई है। यहां प्रति 1 लाख जीवित जन्मे बच्चों पर मातृ मृत्यु दर 137 है, जो पहले 159 थी। इसी संख्या को और कम करने यह सारी कवयाद की जा रही है। बताया जा रहा है कि चिन्हांकित गर्भवती महिलाओं में से करीब 15-20% महिलाएं उच्च जोखिम गर्भवस्था वाली होती हैं। अभियान के माध्यम से प्रसव से पहले हीमोग्लोबिन जांच, ब्लड प्रेशर, यूरिन, ब्लड शुगर, एचआईवी, एचबीएसएजी, वीडीआरएल व कई अन्य जांचें की जाएंगी। इस अभियान के माध्यम से महिलाओं को संतुलित आहार, नियमित जांच, संस्थागत प्रसव और टीकाकरण के बारे में बताया जाएगा। चिन्हित महिलाओं की निगरानी की जाएगी।


हर गर्भवती सुरक्षित रहे और हर बच्चा स्वस्थ जन्म ले

रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिथिलेश चौधरी ने कहा कि यह पहल इसलिए कि जा रही है, ताकि हर गर्भवती सुरक्षित रहे और हर बच्चा स्वस्थ जन्म ले। गर्भवतियों को बेहतर सुविधा देने के लिए नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। अभियान के तहत गंभीर गर्भवती महिलाओं की पहचान कर सुरक्षित प्रसव कराया जाएगा।


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