अंतिम संस्कार के लिए नहीं है कब्रिस्तान, कोरबा कलेक्टर को ज्ञापन देकर ईसाई समाज ने मांगा क्रिया कर्म के लिए अधिकृत स्थान


कोरबा। रामपुर विधानसभा क्षेत्र के मसीह धर्म को मानने वाले लोगों ने कब्रिस्तान के लिए जमीन की मांग करते हुए मंगलवार को कोरबा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सकारात्मक निर्णय लेने की मांग की है। लोगों का कहना है कि रामपुर, करतला में कब्रिस्तान नहीं होने के कारण मृतकों का अंतिम संस्कार करने की समस्या खड़ी हो जाती है।

कोरबा में मसीह समाज ने कब्रिस्तान की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं। उनका कहना है कि रामपुर क्षेत्र में कब्रिस्तान की व्यवस्था नहीं होने के कारण, मृतकों के अंतिम संस्कार में समस्या आ रही है। उन्होंने कलेक्टर से इस मामले में सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया है।

ज्ञापन में, मसीह समाज ने बताया कि वर्तमान में उनके पास कोई अधिकृत कब्रिस्तान नहीं है, जिसके कारण उन्हें अंतिम संस्कार के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है। उनका कहना है कि यह स्थिति उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है, और उन्हें उचित सम्मान के साथ अपने मृतकों का अंतिम संस्कार करने में कठिनाई हो रही है।

समाज क्यों लोगों ने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द कब्रिस्तान के लिए भूमि उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें, ताकि उन्हें इस समस्या से छुटकारा मिल सके।

मसीही संगठन के अध्यक्ष विजय मेश्राम ने बताया कि, रामपुर विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक चर्च हैं। मसीह धर्म को मानने वाले बड़ी संख्या में लोग चर्च में आराधना करने आते हैं। चर्च आने वाले लोगों को उसके समाज के लोगों द्वारा बाहर कर दिया जाता है। किसी की मौत होने पर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने नहीं दिया जाता है। 40-50 हजार रुपए से दंडित किया जाता है।

चूँकि आज भी हमारे समाज के समक्ष कोई भी स्थान नहीं है, जहाँ मृतक के शव का दफन एवं अंतिम संस्कार पूर्ण किया जा सके, परिणामतः हम मसीही जनो के द्वारा किसी तरह से अपने मृत परिजन का दफन क्रिया कर्म किया भी जाता है तो अन्य समाजिक लोगो के द्वारा हमारे कियाकर्म अंतिम संस्कार में बाधा उत्पन्न किया जाता है।


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