आज के अपने आधुनिक शिक्षकीय कौशल, कर्तव्य के प्रति समर्पण और ज्ञान की साधना से बच्चों के भविष्य को सर्वगुण संपन्न कर कल का नया भारत विकसित करने की राह तैयार कर रहीं शिक्षिका प्रिया दुबे और मधुलिका दुबे आज शिक्षक दिवस पर राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित होंगी। आज शिक्षक दिवस पर राजधानी रायपुर में आयोजित प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में राज्यपाल के हाथों उन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
कोरबा। पुस्तकीय ज्ञान के साथ नवाचार कर शिक्षा को रोचक बनाकर बच्चों को भविष्य गढ़ रही जिले की दो शिक्षिकाओं को राज्यपाल पुरस्कार से नवाजा जाएगा। आज शिक्षक दिवस पर आयोजित प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में राज्यपाल के हाथों उन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
विद्यार्थियों को उत्कृष्ट ढंग से शिक्षा प्रदान करने वाले राज्य भर के शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाता है। विभिन्न जिलों के शिक्षकों का सम्मान के लिए चयन किया गया है। इस सूची में जिले के कटघोरा विकासखंड संकुल सलोरा (क) अन्तर्गत प्राथमिक शाला बिंझपुर की प्रधान पाठिका प्रिया दुबे व करतला विकासखंड अन्तर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला जमनीपाली की शिक्षिका मधुलिका दुबे का नाम शामिल है। प्रिया दुबे बच्चों के संर्वागीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। समुदाय को जोड़कर शिक्षा के विकास में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास अनुकरणीय है। दिव्यांग बच्चों के प्रमाण पत्र बनवाने से लेकर स्कूल के विकास में भी उनकी भागीदारी उत्कृष्ट रही है। शिक्षा कर्मी वर्ग 3 में सन् 2007 में उनकी नियुक्ति हुई थी। उनके उत्कृष्ट कार्यों को लेकर कई मंचों से उन्हें सम्मान मिल चुका है।
शिक्षिका मधुलिका दुबे बच्चों में नवाचार के माध्यम से पुस्तकीय ज्ञान के अलावा कला का भंडार भर रही हैं। शिक्षिका के साथ कवित्री की अनुठी प्रतिभा श्रीमती दुबे में है। बच्चों को विभिन्न नवाचार से वह शिक्षित कर रही हैं। ग्रामीण इलाकों के बच्चों को शहर के निजी स्कूलों की तरह की पढ़ाई के साथ उन्हें कला में निपुण बना रही है। इसे लेकर उन्हें कई सम्मान पहले भी मिल चुके हैं। आज राज्य स्तरीय मंच पर भी उनकी शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए योगदान को सम्मान दिया जाएगा।
HM प्रिया दुबे की उपलब्धियां…
प्रधानपाठिका प्रिया दुबे को राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय प्रमाण पत्र मिल चुका है।
युवा महोत्सव शिक्षक दिवस उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान।
कबाड़ से जुगाड़ आदि गतिविधियों के लिए उन्हें सम्मान दिया गया है।
ब्लाक और संकुल पर पीएलसी मेंबर।
उत्कृष्ट कार्यक्षमता, शिक्षा गुणवत्ता संवर्धन कार्य में उनका नाम सुमार है।
दादा साहब फालके फिल्म नेशनल अवार्ड समेत शिक्षिका मधुलिका दुबे की उपलब्धियां…
शिक्षिका मधुलिका दुबे को नारी प्रतिभा रत्न 2020 से नवाजा गया।
नारी प्रतिभा रत्न 2021, एसबीआई लाइफ कोरोना योद्धा का खिताब, युवा फॉर नेशन इंडिया का सम्मान मिला।
नेशनल ह्यूमन राइट्स व सोशल जस्टिस द्वारा कोरोना वारियर्स सम्मान दिया गया। शिक्षा विशिष्ट सेवा और नवाचारी शिक्षक सम्मान।
गार्डनर ऑफ शिक्षा मधुबन सम्मान, शिकसा शिक्षक सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान।
दादा साहब फालके फिल्म नेशनल अवार्ड।
प्रबोधक शिक्षा गुणवत्ता अभियान, गुरवे नम: शिक्षक 2018, नारी शक्ति 2018, गुरवे नम: शिक्षक सम्मान 2020, मानव गौरव सहित और कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। शाला विकास समिति और पंचयात की तरफ से भारत नवाचारी गतिविधि समूह द्वारा नवाचारी शिक्षक सम्मान, पढ़ाई तुहर द्वार में ललित कला में सम्मान, राष्ट्रीय सेवा योजना सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, बेस्ट टीचर अवार्ड, शिक्षक सम्मान उन्हें मिल चुका है।

शासकीय स्कूलों के प्रत्येक बच्चे का समग्र विकास लक्ष्य, जीवन में बेहतर इंसान बनें : शिक्षिका प्रिया दुबे
शिक्षिका प्रिया दुबे ने कहा कि शासकीय विद्यालय का हर बच्चा पूर्ण साक्षर हो। अपने व्यवहारिक जीवन में बेहतर इंसान बन सके। उसके संवेगात्मक, सहानुभूति, साहित्यिक, सृजनात्मक सांस्कृतिक और जीवन जीने की कला का विकास हो। बच्चों में इस तरह का समग्र विकास ही उनका लक्ष्य है।

पुस्तकीय के साथ विभिन्न कलाओं का ज्ञान और शिक्षा में नवाचार जरूरी : शिक्षिका मधुलिका दुबे
शिक्षिका मधुलिका दुबे ने कहा कि शिक्षा में नवाचार आज की जरूरत बन चुकी है। बच्चों को नए नए तरीके से शिक्षा व कला से जोड़कर शिक्षित किया जा सकता है। बच्चे उत्साह के साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं। मेरा प्रयास बच्चों का सर्वांगीण विकास है। उनमें पुस्तकीय ज्ञान के साथ विभिन्न कलाओं का ज्ञान बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।






