देश के 2.18 लाख कोल कर्मियों के बोनस का फैसला आज होने की उम्मीद है। उधर इसमें देरी और बदलाव के कुछ बिंदुओं से यूनियनों में नाराजगी देखने को मिल रही है। आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। जानकारी आ रही है कि आज दिल्ली में कोयला कर्मियों के बोनस पर फैसला हो सकता है। बोनस राशि तय करने वाली बैठक दिल्ली में आज मानकीकरण (स्टैंडराइजेशन) समिति द्वारा आयोजित किया गया है।
बता दें कि पिछले वर्ष कोल कर्मियों को ₹93,750 बोनस मिला था। इस बार अनुमान है कि बोनस राशि ₹100,000 या उससे थोड़ा ज़्यादा हो सकती है। और कुछ स्रोतों में कहा जा रहा है कि बोनस राशि ₹1,05,000-₹1,05,500 तक हो सकती है। कोल इंडिया के लगभग 2,18,000 कोल कर्मियों को यह बोनस बांटा जाएगा। रिटायर हुए कर्मियों को भी प्रो-राटा के अनुसार (कार्य समय के अनुपात में) बोनस मिलेगा, यदि उन्होंने अप्रैल 2024 से मार्च 2025 की अवधि में सेवानिवृत्ति की हो।
इस प्रस्ताव से यूनियनों में आपत्ति
एक ट्रेड यूनियन के लीडर ने बताया है कि प्रबंधन बोनस के मौजूदा पैटर्न में बदलाव करना चाहता है और प्रदर्शन-आधारित पुरस्कार योजना (performance-based reward) लागू करने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव से यूनियनों में आपत्ति है, क्योंकि इससे कर्मचारियों को निश्चित वार्षिक बोनस की जगह संभावित तौर पर पूर्वानुमेयता (certainty) कम होगी।
फ़िलहाल आधिकारिक निर्णय नहीं आया है, लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि इस वर्ष बोनस पिछले वर्षों की तरह या उससे बेहतर हो सकता है।
इन्होंने दी है आंदोलन की चेतावनी
नहीं तो CCL के सभी क्षेत्रों में RKMU का व्यापक आंदोलन : राजेश कुमार सिंह
राष्ट्रीय सचिव, हिंद खदान मजदूर फेडरेशन (HKMF) एवं महासचिव सह जेबीसीसीआई सदस्य, राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन (RKMU) राजेश कुमार सिंह ने कहा है कि “कोल इंडिया प्रबंधन तथा सरकारी एवं गैर-सरकारी यूनियनों के राजनीतिक वर्चस्व की खींचतान से कोयला कर्मचारी अत्यंत निराश और हताश हैं। दुर्गा पूजा प्रारंभ हो चुकी है और कर्मचारियों के परिवारों को PLR बोनस से काफी उम्मीदें थीं, किंतु प्रबंधन कुछ खास यूनियनों को संतुष्ट करने की कोशिश में श्रमिकों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
यदि शीघ्र कोयला कर्मचारियों के खातों में PLR की न्यूनतम राशि ₹1,25,000 (एक लाख पच्चीस हजार रुपये) अग्रिम रूप में प्रदान नहीं की जाती है, तो राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन (RKMU) ने निर्णय लिया है कि 24.09.2025 से CCL के सभी क्षेत्रों में व्यापक आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा। श्रमिक अघोषित हड़ताल के लिए तैयार रहें।
इस स्थिति से उत्पन्न किसी भी प्रकार की अव्यवस्था, जनआक्रोश या उत्पादन व उत्पादकता में गिरावट की पूरी जिम्मेदारी केवल और केवल प्रबंधन एवं संबंधित अधिकारियों की होगी।”
हिन्द मज़दूर सभा (HMS) एवं हिन्द खदान मज़दूर फेडरेशन के महामंत्री माननीय हरभजन सिंह सिद्धू ने एच.एम.एस. कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कोल इण्डिया को दी चेतावनी
स्थाई एवं अस्थाई कर्मचारियों को दशहरा के पूर्व यदि नहीं मिला बोनस (PLRS/PLI) तो एच.एम.एस. संपूर्ण कोल इण्डिया में करेगा ऐतिहासिक आंदोलन