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वन्य प्राणी हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के अभिन्न अंग हैं, उनके अस्तित्व पर संकट मानव जीवन को भी प्रभावित कर सकता है : डाॅ संदीप शुक्ला

वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह 2025 के अंतर्गत वनमंडल कोरबा एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा इकाई के संयुक्त सहयोग से शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय (EVPG) कोरबा में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित।

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कोरबा। वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के अंतर्गत जिले की अग्रणी उच्च शिक्षण संस्था शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय (ईविपीजी) कोरबा में विशेषज्ञीय व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को वन्य जीवन एवं वन्य प्राणियों के महत्व से अवगत कराते हुए संरक्षण के लिए जागरुक किया गया।

वन्य जीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करते हुए कोरबा वनमंडल की डीएफओ प्रेमलता यादव के दिशा-निर्देश एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा इकाई के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान महाविद्यालय में सेमिनार, व्याख्यान एवं स्लोगन समेत विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। शासकीय ईविपीजी काॅलेज कोरबा में बाॅटनी के सहायक प्राध्यापक डाॅ संदीप शुक्ला के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में एमए-एमएससी, बीएससी, बीए, बीकाॅम समेत सभी संकाय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। डाॅ शुक्ला ने कहा कि वन्य प्राणी हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के अमूल्य अंग हैं, जिनके अस्तित्व पर संकट मानव जीवन को भी प्रभावित कर रहा है। आने वाले कल में भावी पीढ़ी को जीवन के लिए उत्तम वातावरण मनाए रखने के लिए हम सभी को जिम्मेदारी उठानी होगी। इस अवसर पर महाविद्यालय में जूलाॅजी के सहायक प्राध्यापक डाॅ बलराम कुर्रे ने भी वन्य जीवों के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को जागरुक किया।
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