उद्योगपति, समाजसेवी डाॅ राजकुमार अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय HTPP के प्राचार्य नवलकिशोर शुक्ला का विदाई समारोह आयोजित।
“मेरे ये शिष्य ही मेरी धरोहर हैं। रिटायरमेंट के दिन विदाई की इस विशेष घड़ी को यादगार बनाते हुए इन्होंने जो अमूल्य उपहार दिया है, वह निश्चित रुप से मुझे जीवन के अगले पड़ाव में आगे की जिम्मेदारियों को और भी बेहतर तरीके से निभाने प्रेरित करता रहेगा। एक शिक्षक की भूमिका में 37 वर्षों की यात्रा के दौरान अनेक क्षेत्रों में कीर्तिमान गढ़ने वाले मेरे इन विद्यार्थियों की सफलता ही मेरा वास्तविक धन है, जो मैंने भरपूर अर्जित किया है। मेरी दी हुई शिक्षा की रोशनी थामकर सारे जग में जगमगा रहे इन जुगनुओं और रश्मियों की उपलब्धियों को याद करता हूं तो खुद को धनवान समझता हूं।”
कोरबा। यह बातें सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एचटीपीपी (पश्चिम) में अपने रिटायरमेंट के दिन आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य नवलकिशोर शुक्ला ने कहीं। विद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राओं के सहयोग से आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि रहे ख्यातिलब्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी पीएमजेफ लायन डाॅ राजकुमार अग्रवाल (पूर्व मल्टीपल काउंसिल वाइस चेयरमैन, एमडी 3233) ने शाॅल-श्रीफल भेंटकर श्री शुक्ला को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आचार्य नवलकिशोर शुक्ला की बगिया के आप सभी विद्यार्थी सुगंधित पुष्प आज इस प्रांगण को सुशोभित कर रहे हैं। जीवन का इससे बड़ा संस्कार और उपहार एक शिक्षक के लिए और क्या हो सकता है, जो उन्हें विदा करने मुंबई, चेन्नई, दिल्ली समेत देश के कोने-कोने से यहां आए हैं।
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इस अवसर पर प्रमुख रुप से श्रीमती आशा बोरकर, नरेश जायसवाल, रविन्द्र सिंह, श्रीमती निवेदिता सिंह, श्रीमती प्रीतिबाला साव, बोधन यादव, राजेश तिवारी, दुष्यंत सोनी, चंदूलाल राठौर, दुर्गाप्रसाद देवांगन, प्रतिमा अग्निहोत्री, अमोली भैया, अंजोरी भैया, राजू राम पटेल, शिवचरण साहू, अधिवक्ता सरिता पाण्डेय, श्याम देवांगन, जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी भीष्म देव सिंह, आशीष अग्रवाल (बंटी), दिपेश जैन, नरेन्द्र कौशिक, लोको पायलट आशीष चैहान, प्रशांत साहू, शाखा प्रबंधन नेहा पाण्डेय, शिक्षिका शशि साहू (मंच संचालन), समाजसेवी सुरेंद्र कुमार डड़सेना, दिलीप सिंह राज, अखिलेश शर्मा, डाॅ सोनाली भट्टाचार्या, कल्पना गोस्वामी, जगदीश राव शिंदे, रितेश राय, श्वेता शर्मा, पंकज यादव, चित्रा राठौर, नितीन केशरवानी, पुखराज साहू, ज्योति पाण्डेय की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने घनश्याम साहू (मंच संचालन), विकास पाण्डेय (जीवन परिचय), नितेश पाण्डेय, नितेश शर्मा, यूनुस वालेश, निमिश मेहर, पंकज मिश्रा ने विशेष सहयोग प्रदान किया।

मेरे विचार में समाज में शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है: डाॅ राजकुमार अग्रवाल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे ख्यातिलब्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी पीएमजेफ लायन डाॅ राजकुमार अग्रवाल (पूर्व मल्टीपल काउंसिल वाइस चेयरमैन, एमडी 3233) ने कहा कि आम तौर पर रक्तदान, सेवा दान को महादान का दर्जा दिया जाता है। पर मेरे विचार से शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है, क्योंकि जब तक एक शिक्षक अपने विद्यार्थी को ज्ञान का वरदान नहीं देंगे, उन्हें रक्तदान या किसी भी दान का महत्व की समझ ही विकसित नहीं होगी। समाज में शिक्षकों की भूमिका अद्वितीय है, जिन्हें अब हम शिक्षक, मास्टरजी या शिक्षाकर्मी कहते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर की यही सबसे बड़ी विशेषता है कि यहां आज भी गुरुकुल परंपरा का निर्वहन कर बच्चों को गुरुजन या आचार्यजी कहकर संबोधित किया जाता है। इसी क्रम में आज आचार्य श्री नवलकिशोर शुक्ला की बगिया के आप सभी विद्यार्थी सुगंधित पुष्प आज इस प्रांगण को सुशोभित कर रहे हैं। जीवन का इससे बड़ा संस्कार और उपहार एक शिक्षक के लिए और क्या हो सकता है, जो उन्हें विदा करने मुंबई, चेन्नई, दिल्ली समेत देश के कोने-कोने से यहां आए हैं।






