छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति अब परफॉर्मेंस बेस्ड सिस्टम से होगी। नई टीम को दिल्ली में में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। दिल्ली मुख्यालय जाकर नए जिलाध्यक्ष पार्टी की वर्किंग पैटर्न को सीखेंगे। इतना ही नहीं, जिलाध्यक्ष के कार्यों की हर छह महीने में समीक्षा की जाएगी।इस सिस्टम के तहत जिलाध्यक्ष संगठन को सक्रिय रखने, सदस्यता अभियान और जमीनी गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उन्हें ही आगे मौका मिलेगा।
कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्ति करने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सीनियर लीडर्स उनकी ट्रेनिंग दिल्ली में भी करवाएंगे। दिल्ली मुख्यालय जाकर नए जिलाध्यक्ष पार्टी की वर्किंग पैटर्न को सीखेंगे। यहां पर वे राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार 10 नवंबर से पहले ये सब प्रक्रिया कांग्रेस कर सकती है।
बीते पिछले छह महीनों में कांग्रेस ने 11 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की थी, लेकिन कुछ जिलों में संगठन का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। इसी वजह से जिन जिलाध्यक्षों का काम संतोषजनक नहीं रहा, उन्हें बदला जा सकता है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में इस बार बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 41 जिलाध्यक्षों में से केवल 5 मौजूदा पदाधिकारियों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है। कांग्रेस की इस नई लिस्ट में लगभग 36 नए चेहरे सामने आएंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह बदलाव संगठन को “नया और सक्रिय स्वरूप” देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कांग्रेस इस संबंध में आदेश जल्द जारी करेगी।
मौजूदा परिदृश्य में इन पदाधिकारियों को कमान के कयास
संगठन के सूत्रों के अनुसार रायपुर शहर कांग्रेस की कमान सुबोध हरितवाल, और रायपुर ग्रामीण की कमान प्रवीण साहू को मिल सकती है। वहीं दुर्ग ग्रामीण में राकेश ठाकुर, अंबिकापुर में बालकृष्ण पाठक और जगदलपुर में सुशील मौर्या को जिलाध्यक्ष बनाया जा सकता है। बिलासपुर और धमतरी में नए चेहरे देखने को मिलेंगे।
वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पंकज तिवारी और मनोज गुप्ता, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अशोक श्रीवास्तव और के. डमरू रेड्डी, दुर्ग शहर कांग्रेस में आर.एन. वर्मा और धीरज बाकलीवाल, भिलाई जिला में मुकेश चंद्राकर और साकेत चंद्राकर जिलाध्यक्ष बनने की रेस में लगे हुए है।
उल्लेखनीय होगा कि कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान को लेकर गुरुवार, 23 अक्टूबर को दिल्ली में एक अहम बैठक आयोजित की गई।
इसमें एआईसीसी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टी.एस. सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
पहले चरण में भूपेश बघेल और टी. एस. सिंहदेव से वन-टू-वन चर्चा हुई थी। दूसरे चरण में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से बातचीत हुई थी।






