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युवाओं की वैचारिक मजबूती एड्स जैसी महामारी को रोकने में कारगर भूमिका निभा सकती है: डॉ प्रशांत

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विश्व एड्स दिवस दिवस पर कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा की एनएसएस इकाई एवं रेड रिबन क्लब का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित।

कोरबा। दृढ़ संकल्प, संयमित व्यवहार तथा भविष्य के प्रति सकारात्मक नजरिया युवाओं के मन में आत्मविश्वास का संचार करता है। युवाओं की वैचारिक मजबूती एचआईवी एड्स जैसे महामारी को रोकने में कारगर भूमिका निभा सकती है। विश्व एड्स दिवस जैसे आयोजन युवाओं की सोच को परिपक्व तथा आशावादी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

यह बातें छत्तीसगढ़ एड्स नियंत्रण समिति के निर्देश पर कमला नेहरू महाविद्यालय में रेड रिबन क्लब तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा विश्व एड्स दिवस पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में शामिल स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं। सर्वप्रथम महाविद्यालय के रेड रिबन क्लब प्रभारी वायके तिवारी ने प्राचार्य का स्वागत रेड रिबन से किया। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एचआईवी एड्स के रोकथाम हेतु वर्ष 2025 की थीम व्यवधानों पर विजय पाएं एड्स के प्रक्रिया में सकारात्मक बदलाव लाएं के बारे में जानकारी देकर युवाओं को एचआईवी के विस्तार, बचाव तथा रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने वर्ष 2030 तक डब्लू एच ओ द्वारा एचआईवी एड्स को खत्म करने के लक्ष्य में युवाओं को सहभागी बनने प्रेरित किया। प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने सभी प्राध्यापकों, कर्मचारी व स्वयंसेवकों को एचआईवी एड्स के बचाव के संबंध में शपथ दिलाई। कार्यक्रम में संगणक विभागाध्यक्ष अनिल राठौर, सहायक प्राध्यापक सूश्री भारती भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजन में वरिष्ठ स्वयंसेवक देवांश कुमार, घनश्याम शाह, नंगिता कंवर, सोनाली कुर्रे, नूरी डहरिया, शिवानी सिंह राजपूत, उजैर अख्तर, चेतन यादव आदि का सराहनीय योगदान रहा। 1 से 15 दिसंबर तक एचआईवी एड्स जागरूकता पखवाड़ा के अंतर्गत महाविद्यालय में निबंध,पोस्टर, रंगोली तथा नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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