Video:- रज्जाक अली समेत 3 निर्दलीयों ने जयसिंह के कार्यों और कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर लिया निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय। सियासत के सिंह कहे जाने वाले जयसिंह अग्रवाल की चोखी रणनीति में उलझ कर रह गए प्रतिस्पर्धी दल के सिपहसालार।
कोरबा(thevalleygraph.com)। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 17 नवंबर को होंगे। 2 नवंबर को नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस दौरान अब तक कोरबा विधानसभा के तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया है। सभी ने कोरबा विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी, विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को अपना समर्थन दिया है। गुरुवार को जयसिंह अग्रवाल के निवास कार्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी शेरे हक और रज्जाक अली ने जयसिंह अग्रवाल को अपना समर्थन दिया दे दिया।
एक दिन पहले एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी एसआर अंजोर ने अपना नाम वापस लिया था। इस तरह अब तक 3 निर्दलीय प्रत्याशी अपना नाम वापस ले चुके हैं। तीनों ने जयसिंह अग्रवाल के कार्यों पर भरोसा जताते हुए अपना नाम वापस लिया है।
जय सिंह के कार्यों से हैं प्रभावित : रज्जाक
रज्जाक अली को हाल ही में जनता कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन बी फार्म नहीं दिया। जिसके बाद वह पार्टी से कुछ नाराज थे। रज्जाक ने किसी के द्वारा अपना टिकट कटवा देने की बात भी कही थी। लेकिन अब उनका हृदय परिवर्तित हो गया है। उन्होंने जयसिंह अग्रवाल के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की है। रज्ज़ाक ने कहा कि मेरी विचारधारा बचपन से ही कांग्रेस की रही है। हम कांग्रेसी जब आपस में लड़ेंगे तब फायदा बीजेपी को ही होगा। मेरे निर्दलीय चुनाव लड़ने से कांग्रेस के प्रत्याशी को ही नुकसान हो रहा था। जयसिंह अग्रवाल एक ऐसे नेता हैं, जो जन-जन के हितैषी हैं। उनकी अगुवाई में कोरबा का तेजी से विकास हुआ है। प्रदेश सरकार की योजनाओं से भी जनता का भला हुआ है। इसलिए ही मैने जयसिंह अग्रवाल का समर्थन किया है और अपना नाम वापस ले लिया है।
शेरे हक ने भी कांग्रेस पर जताया विश्वास, करेंगे जयसिंह के पक्ष में प्रचार
बालको क्षेत्र के निवासी शेरे हक ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरा था। लेकिन अब उन्होंने भी नाम वापस ले लिया है। शेरे हक ने कहा कि मैं जयसिंह अग्रवाल के कार्यों से बेहद प्रभावित हूं। उनके कार्यों से हमारे समुदाय का भला हुआ है। वह हमारे समाज का खास ध्यान रखते हैं। लेकिन मेरे मन में ऐसा विचार आया कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए, लेकिन फिर मैंने सोचा कि जो काम मैं चुनाव लड़कर करना चाहता हूं। वह जयसिंह को समर्थन देकर भी हो सकता है। जिसके कारण ही मैने चुनाव से नाम वापस लिया है और जयसिंह को अपना समर्थन दिया है। आगे अब हम अपने समुदाय की ओर से जय सिंह अग्रवाल का ही समर्थन करेंगे। उनके पक्ष में हम चुनाव प्रचार करने भी मैदान में उतरेंगे।
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