कोरबा के 33 उपार्जन केंद्रों में अब तक 11903.20 क्विंटल धान की खरीदी
एक नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी के सीजन को 21 दिन गुजर चुके हैं। किसानों के उपार्जन केन्द्रों में पहुंचने का सिलसिला धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। इस बीच 33 केंद्रों में अब तक 11903.20 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इससे 282 किसानों को लाभांवित करते हुए 2 करोड़ 59 लाख 84 हजार 685.60 रूपए की धान खरीदी की जा चुकी है।
कोरबा(theValleygraph.com)। मंगलवार तक जारी की गई ताजा रिपोर्ट के मुताबिक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की छह शाखाओं पाली, बरपाली, कोरबा, पोड़ी-उपरोड़ा, दीपका, कटघोरा में यह आंकड़ा दर्ज किया गया है। इस बार खरीफ वर्ष 2023-24 में धान बेचने के लिए 5 हजार 126 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। किसानों की संख्या बीते वर्ष की तुलना में 43 हजार 174 से बढ़कर 48 हजार 300 हो गई है। वहीं धान बिक्री कर रकबा भी 65 हजार 659 हेक्टेयर से बढ़कर 69 हजार 857 हो गया है। बुधवार से 65 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्रों के द्वार खुल गए हैं। बीते वर्ष 21.65 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। रकबा व किसानों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए इसे वर्ष 25 लाख क्विटल धान खरीदी का अनुमान है। बीते वर्ष पंजीकृत किसानां का रकबा 65 हजार 659 था। 5 हजार 126 नए किसानों के जुड़ने से रकबा बढ़कर 69 हजार 857 हो गया है। वर्षा का साथ होने की वजह इस बार फसल भी अच्छी हुई है। सामान्य धान की दर 2 हजार 183 और पतला की कीमत 2 हजार 203 रूपये निर्धारित है। पंजीयन के साथ उपार्जन केंद्रों के लिए कांटा बाट सत्यापन कार्य पूर्ण कर अब केवल टोकन काटने और किसानों के आने का इंतजार किया जा रहा है। सभी धान उपार्जन केन्द्रों में निगरानी के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। मार्कफेड के मास्टर ट्रेनर द्वारा सभी धान उपार्जन केन्द्र प्रभारियों तथा कम्प्यूटर ऑपरेटरों को धान खरीदी के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। फसल के पकने के साथ ही कुछ क्षेत्रों में फसल की कटाई शुरू हो गई है। अभी कई क्षेत्रों में फसल कटाई जारी है और धान की मिसाई सहित अन्य कार्यो को लेकर समय लगेगा। हालांकि इस बार ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खेती के अनुकूल रहा। इससे किसानों में अच्छी फसल के उत्पादन की उम्मीद है। 33 उपार्जन केंद्रों में अब तक 11903.20 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। 32 उपार्जन केंद्र अभी भी बोहनी से दूर हैं। दूसरी ओर चुनाव के नतीजों को लेकर किसानों का इंतजार भी धान खरीदी में असर हो सकता है। इस बार धान खरीदी का अंतिम दिन 31 जनवरी निर्धारित किया गया हैं। तीन दिसंबर को मतगणना के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उचित मूल्य दुकानों में जिस तरह से ई-पास मशीन राशन उठाने का सत्यापन किया जाता उसी तरह धान खरीदी को सत्यापित करने के लिए बायोमिट्रिक डिवाइस की सुविधा दी गई है। यह ऐसी तकनीकी है जिसमें किसान व उनके नाम्नी उपार्जन केंद्र में धान की बिक्री कर सकेंगे। किसानों का रकबा आनलाइन होने के कारण अब वे किसी बिचौलिए के धान को अपने खाते से नहीं बेच पाएंगे। बायोमिट्रिक डिवाइस पहले दिन से ही खरीदी शुरू की जानी थी। रायपुर से हीं मशीन की आपूर्ति उपार्जन केंद्रों नहीं होने के कारण खरीदी कार्य पूर्व की तरह किया जा रहा था। सर्वप्रथम निरधी और नुनेरा में किसानों से धान की खरीदी बायोमिट्रिक डिवाइस से की गई।
बायोमेट्रिक डिवाइस से शुरू हुई खरीदी
पारदर्शितापूर्ण खरीदी के लिए पहली बार बायोमेट्रिक डिवाइस का उपयोग किया जा रहा है।
इस बार की नवीन प्रक्रिया के तहत धान खरीदी करने जिले के 65 उपार्जन केंद्रों में बायोमिट्रिक डिवाइस पहुंच चुकी है। सबसे पहले निरधी में 40 और नुनेरा में 48 क्विंटल धान की खरीदी बायोमेट्रिक से हुई। जिले में इस वर्ष पांच नए उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें चिर्रा, कुदमुरा, नवापारा, बक्साही के नवापारा शामिल है। दो वर्ष पहले जिले के 49 उपार्जन केंद्रों में खरीदी हो रही थी। 16 नए केंद्रों के अस्तित्व में आने से अब धान खरीदी की संख्या 65 हो गई है। नए केंद्रों के खुलने से किसानों को लंबी दूरी तय करने की समस्या से राहत मिल रही है। इसके साथ ही परिवहन खर्च भी अपेक्षाकृत कम हो गया है।
अब तक 13.44 प्रतिशत कर लिया गया उठाव
धान खरीदी के साथ साथ उठाव भी किया जा रहा है। अब तक की स्थिति में कुल खरीदे गए धान में से 13.44 प्रतिशत उठाव भी कर लिया गया है। मिलिंग कार्य के लिए के लिए मिलर्स से अनुबंध की प्रक्रिया जिला खाद्य विभाग ने शुरू कर दी है। बीते वर्ष उपार्जित धान की मिलिंग जिले के 87 मिलर्स ने की थी। नए खरीफ वर्ष 7550 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। पंजीकृत किसानों की संख्या बीते वर्ष की तुलना 45158 से बढ़कर 50912 हो गई है। पंजीकृत रकबा में 4,445 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। कुल 69,457 हेक्टेयर रकबा में लगे धान की खरीदी होगी। उपार्जन लक्ष्य बढ़ने से मिलर्स की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
फैक्ट फाइल
जिला सहकारी बैंक अनुसार स्थिति
बैंक- किसान -कुल खरीदी- कुल राशि
पाली- 98- 4009.20 – 87,52,083.60
बरपाली- 80- 3686.00- 80,46,538.00
कोरबा- 5- 217.60 – 4,75,020.80
पोड़ी उपरोड़ा- 25- 1287.60- 28,10,830.80
दीपका- 2- 70- 1,52,810.00
कटघोरा- 72- 2632.80 – 57,47,402.40
कुल- 282- 11903.20 – 2,59,84,685.60
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