Video:- भालू के ये दो नवजात अपनी माँ से बिछड़ गए। इनमें एक काला है और एक पूरी तरह से सफ़ेद,जो दुर्लभ है। दोनों सरगुजा जंगल में मिले हैं, जिसके हसदेव अरण्य को बचाने के लिए पिछले 500 दिनों से भी ज्यादा समय से आंदोलन किया जा रहा है।
कोरिया(theValleygraph.com)। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भालू के दो नवजात बच्चे मिले हैं। इनमें से एक शावक सफ़ेद रंग का है। सफेद शावक मिलने से क्षेत्रवासी हैरान हैं। ग्रामीणों को ये दोनों जंगल में मिले, बहुत छोटे होने के कारण ग्रामीणों ने उनको गोद में उठाकर गांव लेकर आए हैं। सफेद भालू को देखने के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया है। वहीं इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई तब वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गांव में पहुंचे और शावकों को अपने कब्जे में ले लिया है। उल्लेखनीय है कि छततीसगढ़ में पहले भी यदाकदा सफेद भालू देखे गए हैं।वन विभाग का कहना है कि दोनों को विशेष निगरानी में रखा गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में मादा भालू से मिलाने का प्रयास जारी है। वेटनरी डाक्टर से भालू के शावकों की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमे दोनों स्वस्थ्य बताये गए हैं। डिप्टी रेंजर एसडी सिंह ने बताया कि, फिलहाल दोनों शावकों को रायपुर भेज दिया गया है।
10 लाख में एक काले भालू का रंग होता है सफ़ेद
सफ़ेद रंग के काले भालू पोलर भालू (Polar Bear) नहीं होते और न ही अलबाइनो (Albino) होते हैं। नॉर्टन के अनुसार 10 लाख काले भालुओं में एक का रंग सफ़ेद होने के चांस हैं। मेटिंग करने वाले मादा और नर भालू में जब सफ़ेद छाल का रिसेसिव जीन हो तब पैदा होने वाले भालू के छाल का रंग सफ़ेद होता है। विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी कनाडा में ऐसे सफ़ेद छाले वाले काले भालू पाए जाते हैं। ऐसे भालुओं को Kermode Bears कहा जाता है। दुनिया में 10 से 20 प्रतिशत काले भालुओं की छाल सफ़ेद है। लोग इन्हें स्पिरिट भालू (Spirit Bears) भी कहते हैं।