Women’s Day: चुनावी रण में दो उच्च शिक्षित नारी, आयु में एक तो दूसरी अनुभव में भारी, दूसरी बार ज्योत्सना और सरोज की है तीसरी पारी

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कोरबा लोकसभा चुनाव 2024

कोरबा(theValleygraph.com)। कोरबा लोकसभा क्षेत्र को अपनी सीट के लिए दूसरा दावेदार भी मिल गया। भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही अपना कैंडीडेट उतार दिया है और शुक्रवार को कांग्रेस ने भी अपने अधिकृत उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। खास बात यह है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सामने आया दूसरा खिलाड़ी भी महिला है। भाजपा से जहां राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय मैदान में हैं, कांग्रेस से मौजूदा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने उनका सामना करने कमर कस ली है। इस बार कोरबा की सीट फतेह करने की रेस में दोनों प्रमुख प्रतिद्वंदी महिला हैं। तेजतर्रार, स्वच्छ छवि, वाकपटुता, शीर्ष संगठन से मजबूत पकड़ की अपनी अद्भुत योग्यता और कुशलता के बूते टिकट हासिल करने वालों सरोज अपने राजनीतिक करियर में तीसरी बार लोकसभा के चुनाव मैदान में हैं। उधर सौम्य-सरल और बेदाग छवि के लिए पहचानी जाने वालीं नेत्री श्रीमती ज्योत्सना महंत दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। इससे समझा जा सकता है कि मुकाबला कितना रोचक होने वाला है।

पुरस्कृत नेत्री सुश्री सरोज पांडेय की उम्र से कहीं ज्यादा हैं उनके कीर्तिमान

BJP उम्मीदवार सुश्री सरोज पांडेय को पार्टी की कद्दावर महिला नेत्री के रूप में पहचाना जाता है। दुर्ग जिले की रहने वाली सरोज को लोकसभा चुनाव 2024 में कोरबा से टिकट देकर मैदान सौंप दिया है। सरोज पांडेय देश की एकमात्र राजनीतिज्ञ और महिला नेत्री हैं, जिनके नाम मेयर की चेयर पर काबिज रहते पहले विधानसभा और फिर दुर्ग सीट से लोकसभा का चुनाव जीतने का अनोखा कीर्तिमान दर्ज है। एक ही समय में महापौर, MLA और Member of Parliament (सांसद) की पदवी हासिल करने का यह विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए नामित किया गया था। इतना ही नहीं, सुश्री सरोज पांडेय के नाम दो कार्यकाल, यानी लगातार 10 साल तक तक दुर्ग से मेयर के रूप में सबसे लंबे कार्यकाल तक आसीन रहने का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने महापौर रहते हुए सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार भी जीता है। कोरबा की सीट पर भाजपा की ध्वज वाहक बनीं तेजतर्रार नेत्री सरोज पांडेय दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं। वर्ष 2000 में पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं। वर्ष 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं। वर्ष 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी। वर्ष 2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय महासचिव रहीं। वर्ष 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सदस्य बनीं, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था।

मोदी लहर को मात देकर श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने की थी 17वीं लोकसभा में फतह

छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, सक्ती विधायक व कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ चरणदास महंत की धर्मपत्नी श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत पर दोबारा विश्वास जताते हुए पार्टी ने उन्हें कोरबा सीट जीत लाने का जिम्मा दिया है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डा महंत सक्ती से विधायक चुने गए थे और उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद वर्ष 2019 में डा महंत की जगह ज्योत्सना को टिकट दी गई और वे पहली बार चुनाव मैदान में उतरी और भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को परास्त कर श्रीमती महंत ने 26 हजार मतों से सांसद निर्वाचित हुईं। 17वीं लोकसभा चुनाव में श्रीमती ज्योत्सना महंत ने प्रचंड मोदी लहर में भी जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से कांग्रेस ने केवल दो जीती थी जिसमें से एक ज्योत्सना महंत थीं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी ज्योति नंद दुबे को चुनाव हराया था। ज्योत्सना महंत को कुल 5,23, 410 (46%) वोट मिले। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी ज्योति नंद दुबे को 26,349 वोट से चुनाव हराया। ज्योति नंद दुबे को 4,97,061 (44%) वोट मिले। वोट के प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो ज्योति नंद दुबे केवल दो प्रतिशत वोटो से चुनाव हारे थे।

भाजपा उम्मीदवार सुश्री सरोज पांडेय को जानें..

  • जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में शिक्षक श्यामजी पांडे और गुलाब देवी पांडे के घर हुआ
  • पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के रायपुर स्थित भिलाई महिला महाविद्यालय से एमएससी (बाल विकास) की शिक्षा ग्रहण की
  • पहली बार वर्ष 2000 और 2005 में दो बार दुर्ग की मेयर चुनीं गईं
  • वर्ष 2008 में पहली बार वैशाली नगर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं, भाजपा ने वर्ष 2009 के आम चुनाव में दुर्ग से उतारा और उन्होंने जीत हासिल की
  • 24 अप्रैल 2013 में, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं
  • वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा। लेकिन कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू से हार गईं।
  • हार के बावजूद भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव बनीं और मार्च 2018 में राज्यसभा के लिए चुना गया।
  • एक ही समय में मेयर, विधायक और सांसद का पद संभालने का अनूठा विश्व रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए नामित
  • लगातार 10 वर्षों तक दुर्ग से मेयर रहकर सबसे लंबे कार्यकाल का बनाया रिकॉर्ड
  • मेयर रहते वक्त वे सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार जीत चुकी हैं।

कांग्रेस उम्मीदवार श्रीमती ज्योत्सना महंत को जानें…

पति के राजनीतिक सफर के सहारे संसद का रास्ता तय करने वाली श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। सिर्फ कोरबा लोकसभा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में ज्योत्सना महंत अपने परिचय के लिए मोहताज नहीं हैं। एमएससी प्राणी शास्त्र से उत्तीर्ण ज्योत्सना की तीन पुत्री व एक पुत्र हैं। समाज सेवा, जनचेतना के कार्यों में पिछले 25 साल से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं।


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Aakash Pandey

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