Faizan was murdered, मां ने कहा- मेरा बेटा खुदकुशी कर के मरने वाला नहीं था, वो खुश था, IIT वालों ने बेटे के हत्यारों की पहचान करने की बजाय मेरे खिलाफ तीन-चार वकील क्यों खड़े किए हैं?


Engineering छात्र फैजान की मां ने कहा- मेरा बेटा खुदकुशी कर के मरने वालों में से नहीं था, वो खुश था, हमेशा खुश रहना चाहता था। IIT वालों ने मेरे बेटे के हत्यारों की पहचान करने की बजाय मेरे खिलाफ तीन-चार वकील क्यों खड़े किए हैं? मैने अपने बेटे की खून से लथपथ लाश कब्रिस्तान में देखी थी। उसके शरीर और आस-पास बहुत खून था। जब मैंने पूछा कि इतना खून क्यों, तो एक पुलिस अफसर ने मुझे समझाया कि खून बहना स्वाभाविक है। फैजान को ताबूत के अंदर भी नहीं रखा गया था। उसका शव मिलने के बाद भी हमें इसकी जानकारी नहीं दी गई। मैंने उनसे शव मिलने की जगह की तस्वीरें दिखाने को कहा, पर कहा गया कि उन्हें नष्ट कर दी गई हैं। क्या जांच इसी तरह की जाती है?


करीब 2 वर्ष पूर्व खड़गपुर IIT में एक छात्र की हुई संदिग्ध मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दूसरी बार पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में छात्र फैजान अहमद के गले पर चाकू का निशान पाया गया। यह मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है। इसी साल मई में दूसरी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंपी गई थी। अगले हफ्ते कलकत्ता उच्च न्यायालय में इस मामले पर सुनवाई होगी।

करीब दो साल पहले यानी 14 अक्टूबर वर्ष 2022 को IIT खड़गपुर के लाला लाजपत राय हॉस्टल के एक कमरे में इंजीनियरिंग स्टूडेंट फैजान अहमद मृत पाया गया। इस घटना के करीब दो साल बाद फैजान की मां रेहाना ने यह मानने से इनकार कर दिया है कि उनके बेटे की मृत्यु खुदकुशी से हुई। पिछले महीने कलकत्ता High Court को सौंपी गई एक नई फोरेंसिक रिपोर्ट में तीसरे वर्ष के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र की गर्दन पर गोली लगने और चाकू घोंपने जैसे घाव पाए गए हैं। यह रिपोर्ट आत्महत्या से मौत के अधिकारियों के शुरुआती दावों को पूरी तरह से ध्वस्त कर देता है।


फैजान हमेशा से एक होनहार विद्यार्थी रहा। राजस्थान के कोटा से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की। IIT प्रवेश परीक्षा में सफल हुआ और खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए चुना गया। पहले साल कोविड के प्रकोप के कारण फैजान ने घर से ही कक्षाएं लीं। 2021 के आखिर में वह खड़गपुर गया। उसे आरपी हॉल में एक कमरा मिला था। आखिरी बार घर आने पर फैजान ने अपने दोस्तों के साथ बातचीत की पर कभी रैगिंग की किसी घटना का जिक्र नहीं किया। रेहाना ने बताया कि एक बार उसने बताया कि जब वह पढ़ाई कर रहा होता था, तो कुछ लोग उसके कमरे की बत्ती बुझा देते थे। इसके अलावा कभी कुछ और नहीं कहा।


फैजान रैगिंग का शिकार था

फैजान रैगिंग का शिकार था। रैगिंग का मामला उसकी मौत के बाद सामने आया। करीब दो साल पहले यानी 14 अक्टूबर वर्ष 2022 को IIT खड़गपुर के लाला लाजपत राय हॉस्टल के एक कमरे में इंजीनियरिंग स्टूडेंट फैजान अहमद मृत पाया गया। इस घटना के करीब दो साल बाद फैजान की मां रेहाना ने यह मानने से इनकार कर दिया है कि उनके बेटे की मृत्यु खुदकुशी से हुई। पिछले महीने कलकत्ता High Court को सौंपी गई एक नई फोरेंसिक रिपोर्ट में तीसरे वर्ष के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र की गर्दन पर गोली लगने और चाकू घोंपने जैसे घाव पाए गए हैं। यह रिपोर्ट आत्महत्या से मौत के अधिकारियों के शुरुआती दावों को पूरी तरह से ध्वस्त कर देता है।


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