रावण दहन देखने आए युवक की यमराज से मुलाकात होते होते रह गई। इसे अचानक दिल का दौरा पड़ा था। उसकी दशा देख वहीं ड्यूटी पर तैनात ACP ने तत्काल सीपीआर देना शुरू किया और यह आपात प्रक्रिया युवक के लिए संजीवनी साबित हुई। वह मौत के मुंह से लौट आया।
भोपाल(theValleygraph.com)। विजय दशमी पर चल रहे उत्सव में खुशी मना रहे एक परिवार के दुख का पहाड़ टूटते टूटते रह गया। इस परिवार के युवक के लिए मानों यमराज से मुलाकात होकर संजीवनी मिल गई। रावण दहन के अवसर पर शनिवार रात विजय भूमि छोला मैदान में लोगों की भारी भीड़ के बीच रावण दहन देखने आया एक युवक अचानक पसीना पसीना हो गया। देखते ही देखते वह अचेत होकर वहीं गिर पड़ा। पास ही मौजूद ACP (अजाक) अजय तिवारी मौजूद थे और उन्हें उसकी दशा समझते देर न लगी। उन्होंने बेसुध हुए युवक को समतल जमीन पर लेटाया और CPR देना शुरु कर दिया।
वहां मौजूद लोग और पुलिस टीम भी देखती रह गई कि आखिर हो क्या रहा है। दरसल भोपाल में रावण दहन देखने आए इस युवक को अचानक दिल का दौरा पड़ा था। त्वरित कार्यवाही करते हुए ACP ने CPR देना शुरू किया था। उनकी मेहनत कारगर साबित हुई और 10 मिनट में युवक होश में आ गया। उसके बाद उसे उपचार के लिए पास के निजी अस्पताल पहुंचा दिया गया। एसीपी श्री तिवारी ने बताया कि लगभग 35-40 वर्ष का युवक उनसे कुछ दूरी पर खड़ा था। उन्होंने देखा कि पसीने छलकने के साथ युवक के हाव-भाव बदलने लगे थे। यकायक युवक लड़खड़ाकर वह गिर पड़ा। ट्रेनिंग लेने के कारण वह समझ गए कि युवक को हार्ट अटैक हुआ है। उन्होंने उसे कॉर्डियो प्लमोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देना शुरु किया। लगभग 10 मिनट के प्रयास से युवक की हालत में सुधार होने लगा। उसने आंखें खोल ली। युवक के साथ उसके परिवार के लोग भी थे।
खुशी के इस मौके पर इसके इस तरह मौत के मुंह से वापसी पर आभार जताने के लिए परिजनों के पास शब्द नहीं थे। वह युवक को उपचार के लिए पास के निजी हॉस्पिटल ले गए। ACP श्री तिवारी ने बताया कि सभी पुलिस अफसरों को समय-समय पर प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग में खास तौर पर CPR के बारे में बताया जाता है। युवक को CPR देने में अगर 3-4 मिनट की भी देरी हो जाती तो, अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता था।