कॉलरी मैनेजर की प्रथम सूचना रिपोर्ट के अनुसार हसदेव क्षेत्र के राजनगर OCM में शनिवार 19 अक्टूबर की दोपहर लगभग 12 बजे नीचे की बेंच के ओवरबर्डन में ब्लास्टिंग करते समय दुर्घटना हुई। मेसर्स एमकेएसपीएल-एम4पीएल जेवीM/s MKSPL-M4PL JV के ठेका कर्मचारी अजय कोल पुत्र हीरालाल कोल (आयु लगभग 24 वर्ष) जो बोलेरो वाहन में 300 मीटर से अधिक दूरी पर ऊपर की बेंच पर मौजूद था, उस समय फ्लाई रॉक का एक टुकड़ा वाहन की छत से टकराने से घायल हो गया। घायल कर्मी को तुरंत राजनगर आरओ डिस्पेंसरी ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। रामनगर पुलिस थाना अंतर्गत राजनगर में स्थित कोयला खदान में ब्लास्टिंग के दौरान चट्टान की चपेट में आने से कार्य कर रहे मजदूर की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
अनूपपुर(theValleygraph.com)। प्राप्त जानकारी अनुसार राजनगर खुली खदान परियोजना में कोयला उत्पादन एवं मिट्टी ओबी का कार्य करने वाली एमकेएसपीएल एमपीएल जेवी कंपनी शनिवार को प्रथम पाली में कोयला उत्पादन हेतु ब्लास्टिंग किया जा रहा था। जहां पर ब्लास्टिंग के दौरान अजय कुमार कोल पिता स्वर्गीय हीरालाल कोल उम्र 26 वर्ष निवासी विशेश्वर दफाई वार्ड नंबर-1 राजनगर ब्लास्टिंग के दौरान अपने अधिकारी के साथ बोलेरो में बैठा हुआ था। ब्लास्टिंग हैवी होने के कारण पत्थर का एक बड़ा टुकड़ा आकर बोलेरो की छत को फाड़ते हुए उसके सिर एवं शरीर के अन्य हिस्से को गंभीर चोटे लगी, जिसे तत्काल मनेंद्रगढ़ हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने मृतक के शव को एंबुलेंस में लेकर सीधे खदान लाया गया। जहां जब सुरक्षा कर्मियों ने खदान ले जाने से रोका तो स्थानीय नागरिकों ने बैरियर को तोड़कर खदान के अंदर ले जाकर प्रदर्शन करने लगे।
मृतक के परिजन एवं स्थानीय लोगों ने 50 लाख और एक आश्रित के लिए नौकरी की मांग पर अड़े रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के आसपास के सभी थाना क्षेत्र से पुलिस बल बुला लिया गया। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस पर भी कालरी अधिकारी एवं कंपनी का कोई भी अफसर घटना स्थल पर आना जरूरी नहीं समझा। प्रशासन के दबाव में SECL हसदेव क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक, राजनगर उप क्षेत्रीय प्रबंधक और कंपनी के अधिकारी पहुंचे। जहां दोनों पक्षों में 6 बिंदुओं पर समझौता हुआ। तब कहीं जाकर मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
कंपनी ने प्रदान की एक लाख की तत्काल मदद, नियमों के तहत क्षतिपूर्ति व आश्रित को नौकरी का भी वादा
तत्काल मदद के रूप में कंपनी ने एक लाख नकद राशि प्रदान की। SECL प्रबंधन ने 50 हजार नगद व 6 बिंदुओं के समझौते में प्रमुख रूप से मृतक के आश्रित को नौकरी एवं कंपनी के नियमों के तहत मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इस दौरान एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक, एसडीएम कोतमा, अध्यक्ष नगर परिषद बनगवा एवं मृतक की पत्नी ने अपने हस्ताक्षर किए।