सर्दियों के काले कोट पहनकर दो युवक टीटीई बन बैठे और पैसेंजर ट्रेन में यात्रियों की टिकट जांच करने लगे। इनकी करतूत एक वरिष्ठ अफसर के नजर में आई और उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया गया। यात्रियों की जांच करते फर्जी टिकट चेकर को RPF की टीम ने धर दबोचा। इन दो फर्जी टिकट चेकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
कुमारघाट-अगरतला रेलखंड पर फर्जी तरीके से टिकट की जांच कर रहे इन आरोपियों को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। फर्जी टिकट चेकर बने हुसैन अली और कौशिक सरकार त्रिपुरा में पकड़े गए, जिन्हें पुलिस ने जेल भेज दिया है। टिकट चेकर की वर्दी पहनकर पैसेंजर गाड़ी में यात्रियों के टिकट की जांच कर रहे दो फर्जी टिकट चेकरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दोनों को धर्मानगर अगरतला रेल खंड में चलने वाली पैसेंजर गाड़ियों में संध्या के समय बिना प्राधिकार पत्र के गलत तरीके से टिकट चेकिंग करते हुए पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया।
प्राप्त सूचना के अनुसार फर्जी टिकट चेकर हुसैन अली द्वारा 05676 धर्मानगर अगरतला पैसेंजर गाड़ी में टिकट चेकिंग की जा रही थी। इस ट्रेन में एस्कॉर्ट की ड्यूटी कर रहे रेल सुरक्षा बल के अजीत कुमार सरकार और अंजन पॉल को हुसैन अली की कार्य प्रणाली और गतिविधियों को देखकर संदेह हुआ। आरपीएफ जवानों ने फर्जी टीटीई हुसैन अली से पहचान पत्र और प्राधिकार पत्र दिखाने के लिए कहा। हुसैन अली ने पहले तो कहा कि वह एक नवनियुक्त टिकट चेकिंग कर्मचारी है और इसलिए टिकट की जांच कर रहा है, लेकिन बाद में उसने स्वीकार कर लिया कि उसके पास कोई डॉक्यूमेंट नहीं है। दीमापुर के टिकट चेकिंग मस्टर रोल से भी क्रॉस वेरिफिकेशन किया गया जिसमें हुसैन अली के फर्जी होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद हुसैन अली को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
इसी रेलखंड में चलने वाली पैसेंजर गाड़ी 05675 डाउन में काम कर रहे सीनियर टिकट चेकिंग कर्मचारी सुबर्जित पॉल ने कौशिक सरकार नामक एक फर्जी टिकट चेकर को संदेह के आधार पर धड़ दबोचा। कौशिक सरकार ने पहले बयान दिया कि उसको टिकट चेकर के रूप में रेलवे में नौकरी मिली है लेकिन किसी प्रकार का अथॉरिटी लेटर या पहचान पत्र दिखाने में वह असफल रहा जिसके बाद सुब्रजीत पॉल ने फर्जी टिकट चेकर कौशिक सरकार को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।