भारत का ताज और धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर के मामले में एक बार फिर पाकिस्तान के नापाक इरादों ने दुनियाभर में अपनी फजीहत कराई है। पाकिस्तानी हुकूमत इस बार क्रिकेट जैसे खेल को भी मोहरा बनाने से नहीं चुका। मामला यह है कि पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (PCB) ने चैंपियंस ट्रॉफी को अपने मुल्क के अलग-अलग शहरों में टूर पर लेकर जाने की योजना बनाई थी। बड़ी बात यह है कि जिन शहरों में ट्रॉफी ले जाने की योजना थी, उनमेंं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) भी शामिल था। इस भारत ने इस पर आईसीसी के समक्ष शिकायत करते हुए आपत्ति दर्ज कराई। जिस पर आईसीसी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर के शहरों में ट्रॉफी ले जाने पर रोक लगा दी गई है।
दरअसल, साल 1996 के बाद यह पहला मौका है जब पाकिस्तान में आईसीसी का कोई इवेंट हो रहा है। यदि चैंपियंस ट्रॉफी छीन ली गई, तो पाकिस्तान को बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होगा। यही कारण है कि भारत के इनकार के बाद पाकिस्तान में हड़कंप की स्थिति है।
BCCI की आपत्ति पर ICC ने तत्काल एक्शन लेते हुए पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर के शहरों में ट्रॉफी ले जाने पर रोक लगा दी है। इस पर पाकिस्तान में लोग सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं। बीसीसीआई पर पैसे के दम पर दादागिरी करने का आरोप लगाया जा रहा है।
जब तक सीमा पर आतंकवाद खत्म नहीं होता, पड़ोसी मुल्क से सामान्य नहीं हो सकते रिश्ते
भारत सरकार का साफ कहना है कि जब पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद खत्म नहीं करता है, उसके साथ रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते हैं। यही कारण है कि न्यूट्रल कंट्री को छोड़कर भारत, पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेल रहा है।
खास बातें
आईसीसी के इंवेंट चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल फरवरी और मार्च में पाकिस्तान में होना है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी टीम भेजने से इनकार कर दिया है।
इसके बाद से चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन पर संकट के बादल हैं। आईसीसी चाहता है कि भारत के लिए मुकाबले किसी अन्य देश में हो जाए, लेकिन पाकिस्तान इसके लिए तैयार नहीं है।
पाकिस्तान में क्रिकेट बोर्ड के साथ ही सरकार ने इसे अपनी इज्जत का सवाल बना लिया है। पाकिस्तान का कहना है कि आयोजन वहीं होगा और भारत के बिना क्रिकेट खेला जा सकता है।
इस बीच, गेंद आईसीसी के पाले में है। आईसीसी हाइब्रिड मॉडल पर जोर दे रहा है, लेकिन यदि पाकिस्तान भी अड़ा रहा, तो आशंका जताई जा रही है कि आयोजन ही रद्द हो जाए।