Video:- सोशल मीडिया पर अवैध पोर्नोग्राफी कंटेंट एवं मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में शामिल होने का भय दिखाकर ठगी की गई। पीड़ित को जालसाजों ने खुद को फर्जी ईडी और क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को करीब 20 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर भयभीत रखा गया। बिलासपुर के रिटायर्ड अफसर को केस में फंसाने का डर दिखाकर 54 लाख 30 हजार रुपए की ठगी की गई। सैलून में काम करने वाले और कॉलेज छात्रों ने खुद को ED अधिकारी बताकर धमकाया था। इसके बाद किस्तों में रिटायर्ड अफसर से रकम ठग ली गई।
बिलासपुर(theValleygraph.com)। यह मामला बिलासपुर रेंज साइबर थाने का है। एसपी रजनेश सिंह (IPS) ने बताया कि सिविल लाइन क्षेत्र के अज्ञेयनगर निवासी 71 वर्षीय जय सिंह चंदेल रिटायर्ड अफसर हैं। बीते जुलाई में उनसे ठगी हुई है। आरोपियों ने 20 दिन के भीतर अलग-अलग किस्तों में रुपए ट्रांसफर कराए। इसके बाद भी फंसाने की धमकी देते रहे। आखिरकार परेशान होकर उन्होंने रेंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले को विवेचना में लिया गया और इस दौरान बैंक स्टेटमेंट, एटीएम विड्रॉल, सीडीआर व आईपीडीआर जैसे तकनीकी साक्ष्य का एनालिसिस किया गया। बारीकी से समीक्षा की गई और यह पाया गया कि आरोपी राजस्थान और हरियाणा के निवासी हैं। तत्काल ACCU और रेंज साइबर सेल की संयुक्त टीम गठित की गई और आरोपियों की पतासाजी के लिए राजस्थान भेजा गया। स्थानीय पुलिस की मदद से दो आरोपियों को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया गया।
राजस्थान के अलवर के 3 युवक शामिल हैं। इनमें 2 आरोपी पकड़े गए हैं, जबकि एक फरार है। साइबर ठगों के गैंग का उत्तरी अमेरिका, चाइना और यूरोप कनेक्शन होने का भी पता चला है। USDT क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट कर ठगी के पैसों को सुरक्षित किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ठगी की गई रकम वे USD T में खरीदते बेचते थे और इस तरह से अपने महंगे शौक पूरा करते थे। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
एक के पिता चलाते हैं टेंट हाउस तो दूसरे आरोपी के पिता कुरियर में काम करते हैं
अलवर में आरोपियों के ठिकाने में दबिश देकर पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र के फैमिली लाइन स्क्रीम नंबर 3 निवासी निकुंज कुमार और शिवाजी पार्क विजय मंदिर रोड साबह जौहड़ा निवासी लक्ष्य सैनी (20) को पकड़ लिया। दोनों आरोपी सैलून में काम करते हैं और पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा की पढ़ाई कर रहे हैं।
एक के पिता टेंट हाउस चलाते हैं और दूसरे के कुरियर कंपनी में काम करते हैं। दोनों आरोपियों के बैंक अकाउंट में ठगी के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। दोनों के अकाउंट में 9-9 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। इनका तीसरा साथी गौरव अभी फरार है। पुलिस के अनुसार इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
अंजान नंबर पर भरोसा मत करें, सतर्क रहें, पुलिस को सूचित करें: CSP अक्षय कुमार साबद्रा
नगर पुलिस अधीक्षक अक्षय कुमार साबद्रा ने कहा कि बिलासपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस तरह अगर किसी अंजान नंबर से कोई खुद को ईडी या पुलिस विभाग का अफसर बताकर कॉल करता है तो सावधान रहें। ऐसे कॉल पर भरोसा मत करें और उनकी जानकारी बिना देर साइबर सेल या नजदीकी पुलिस थाने में देकर रिपोर्ट करें
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