पटरी से उतर गई गुड्स ट्रेन की मुश्किल घड़ी में रेलवे के कंट्रोलर और फ्रंट लाइन स्टाफ ने अपने कौशल पर परिचय देते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। परिस्थितियों के अनुरूप कुशलता से जिम्मेदारियां संभाली। इनकी सजगता, तत्परता व सूझ बूझ के बूते वक्त रहते सब कुछ Under Control और व्यवस्था पटरी पर लौटी। कड़ी मेहनत से परिचालन को शीघ्र सामान्य किया। इस दौरान 4 कंट्रोलर एवं 21 फ्रंट लाइन स्टाफ ने त्वरित कार्रवाई कर रेलवे परिचालन को सुचारु बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनकी इस तत्परता और कुशलता के कारण यात्रियों को न्यूनतम असुविधा का सामना करना पड़ा। कार्य के दौरान उम्दा प्रदर्शन करने वाले 25 रेलकर्मियों को पुरस्कृत किया गया है।
बिलासपुर(theValleygraph.com)। रेलवे प्रशासन की सबसे बड़ी शक्ति हमेशा से उसका कार्यबल रहा है। रेलवे के प्रतिबद्ध, सक्रिय एवं समर्पित कार्यबल स्वयं अथवा टीम के रूप में किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है। चुनौती भरे उत्कृष्ट कार्य करने वाले सक्रिय कर्मचारियों अथवा कर्मचारियों की टीम को सम्मानित करना भी रेलवे की परंपरा रही है। शहडोल स्टेशन पर दिनांक 3 नवम्बर 2024 को मालगाड़ी के अवपथन (ट्रेन के पटरी से उतरने) होने से वहां पर सिंगल लाइन वर्किंग की स्थिति निर्मित हो गई थी। अवपथन की घटना के तुरंत बाद कर्मचारियों ने अपनी सूझबूझ और कड़ी मेहनत से परिचालन को शीघ्र सामान्य किया। इस दौरान 4 कंट्रोलर एवं 21 फ्रंट लाइन स्टाफ ने त्वरित कार्रवाई कर रेलवे परिचालन को सुचारु बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनकी इस तत्परता और कुशलता के कारण यात्रियों को न्यूनतम असुविधा का सामना करना पड़ा। इनके उत्कृष्ट कार्य के लिए महाप्रबंधक सुश्री नीनु इटियेरा द्वारा 25 हजार रुपए की नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी।
आज मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय द्वारा अपने कार्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले इन सभी कर्मचारियों को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही इस कठिन परिस्थिति में कर्मचारियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा की गई।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डॉ प्रकाश चंद्र त्रिपाठी भी उपस्थित थे।