संरक्षा सर्वोपरि का ध्येय लेकर्बउत्कृष्ट एवं संरक्षित कार्य सम्पादन के लिए रेलकर्मियों को मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय ने संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें सराहनीय भूमिका निभाने वाले ट्रैक मेंटेनर बाराद्वार दीपेन्द्र बरेठ, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता-ओएचई बिलासपुर एके तंबोली व उनकी विभागीय टीम को पुरस्कृत किया गया।
बिलासपुर(thevalleygraph.com)। भारत को निरंतर गतिमान रखते हुए चौबीस घंटे सातों दिन दौड़ने वाले भारतीय रेलवे में सुरक्षा और संरक्षा सर्वोपरि है। इस ध्येय वाक्य को ध्यान में रख ड्यूटी के दौरान असामान्य परिस्थिति को भांपते हुए निष्ठावान रेलकर्मियों ने खंड में होने वाली संभावित दुर्घटना को रोका। इस तरह सूझबूझ व सजगता का परिचय देने वाले संरक्षित रेल परिचालन में सराहनीय भूमिका निभाने दो कर्मियों को पुरस्कृत व सम्मानित किया गया है।
संरक्षित रेल परिचालन रेलवे प्रशासन की पहली प्राथमिकता है । इसके लिए नियमित रूप से संरक्षा से संबन्धित विभिन्न जागरूकता अभियान चलाये जाते हैं। साथ ही साथ संरक्षा में सराहनीय योगदान देने वाले संरक्षा प्रहरियों को प्रोत्साहित करने हेतु संरक्षा पुरस्कार भी नियमित रूप से प्रदान किया जा रहा है।
इसी कड़ी में विगत दिनों अपनी ड्यूटी के दौरान असामान्य परिस्थिति को भांपते हुये सूझबूझ व सजगता से कार्य करते हुए खंड में होने वाली संभावित दुर्घटना को टालने एवं संरक्षित रेल परिचालन में सराहनीय भूमिका निभाने वाले ट्रैक मेंटेनर बाराद्वार दीपेन्द्र बरेठ तथा वरिष्ठ अनुभाग अभियंता-ओएचई बिलासपुर एके तंबोली व उनकी विभागीय टीम को संरक्षा पुरस्कार के लिए चयनित किया गया ।
सोमवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय ने अपने कार्य के प्रति निष्ठापूर्वक दिए गए दायित्वों का निर्वहन कर रहे इन सभी रेलकर्मियों को उनके द्वारा की गई उत्कृष्ट एवं सराहनीय संरक्षा संबन्धित कार्य की सराहना करते हुए संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया। मंडल रेल प्रबंधक श्री पाण्डेय ने उन्हें भविष्य में इसी उत्साह, लगन एवं सतर्कता के साथ कार्य करने की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अनुराग कुमार सिंह उपस्थित रहे।