अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के हवाले जम्मू स्थित कोट भलवाल कारावास की सुरक्षा


CISF के 260 जांबाज जवानों को Home Ministry के आदेश के बाद सौंपी गई है निगरानी की कमान।

दिल्ली(theValleygraph.com)। जे & के यानी जम्मू और कश्मीर में ऐसी जेलों की कमी नहीं, जिन्हें काफी संवेदनशील माना जाता है। इन्हीं में एक कोट भलवाल कारावास की सुरक्षा की कमान अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपी गई है। यहां की निगरानी का जिम्मा देते हुए फोर्स के 260 जवानों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है।

इस संबंध में भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 13 अक्टूबर को सीआईएसएफ को कोट भलवाल जेल की सुरक्षा सीआरपीएफ से लेने का आदेश जारी किया। यह जम्मू-कश्मीर की दूसरी जेल है, जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को सौंपी गई है। उल्लेखनीय होगा कि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर और कोट भलवाल जेलें बेहद संवेदनशील हैं। इन जेलों में कई खूंखार आतंकवादी और कुख्यात अपराधी बंद हैं। गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ को कोट भलवाल जेल की सुरक्षा सीआरपीएफ से लेने का आदेश जारी किया था। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने जम्मू में कोट भलवाल जेल की सुरक्षा संभाल ली है। यह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की एक उच्च सुरक्षा वाली केंद्रीय जेल है। इसमें 900 से अधिक कैदी हैं, जिनमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। उच्च सुरक्षा वाली सेंट्रल जेल की सुरक्षा बीते शुक्रवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से सीआईएसएफ को सौंपीं। डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में बल के लगभग 260 कर्मियों को आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैनात किया गया है। CISF एक अर्धसैनिक बल है, जिसमें लगभग 1.75 लाख कर्मी शामिल हैं। इस साल 22 सितंबर को बल को जारी किए गए गृह मंत्रालय के आदेश के बाद तीन अक्तूबर को सीआईएसएफ ने सीआरपीएफ से श्रीनगर जेल की सुरक्षा भी अपने हाथ में ले ली। जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर और कोट भलवाल जेलें बेहद संवेदनशील हैं। इन जेलों में कई खूंखार आतंकवादी और कुख्यात अपराधी बंद हैं। कोट भलवाल में 900 और श्रीनगर जेलों में 500 से अधिक कैदी हैं।

सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक (संचालन) श्रीकांत किशोर ने बताया, कि सीआईएसएफ ने 20 अक्टूबर को सीआरपीएफ से कोट भलवाल जेल की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली।


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