चुनाव ड्यूटी के दौरान न हो परेशान, मर्ज की करें पहचान और मेडिकल इमरजेंसी में अपनाएं ये इंतजाम


निर्वाचन कार्य के दौरान मेडिकल इमरजेंसी में आपात चिकित्सा प्रक्रिया की दी गई जानकारी, चुनाव ड्यूटी करने वाले अफसर-कर्मियों को मिलेगी निःशुल्क चिकित्सा सुविधा.

कोरबा(theValleygraph.com)। चुनाव के दौरान अनिवार्य कार्य प्रक्रिया में व्यस्त कर्मी कई बार मेडिकल इमरजेंसी से भी जूझ सकते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें क्या करना है, किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए, इन बातों को लेकर उन्हें विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही यह भी बताया गया है कि विभाग ने उनके लिए श्रेष्ठ अस्पतालों में निशुल्क उपचार की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

विधानसभा निर्वाचन-2023 के लिए निर्वाचन कार्य में नियोजित शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को राज्य के समस्त शासकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य के शासकीय अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं होने अथवा आपातकालीन स्थिति के लिए अफसर-कर्मी राजधानी रायपुर के 4 तथा राज्य के बाहर 2 निजी अस्पतालों में अपना इलाज करा सकेंगे। इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग के माध्यम से निर्वाचन कार्य में संलग्न जिले के अफसर-कर्मियों को आपातकाल में हार्ट अटैक, लकवा, मिरगी और सर्पदंश से बचाव के तरीके बताए गए। चिकित्सा सलाहकार पवन राठौर और डॉ. दीप्ति श्रीवास ने हार्ट अटैक आने पर सीपीआर देने की जानकारी डेमो के माध्यम से दी। जिला पंचायत के सभा कक्ष में निर्वाचन कार्य में संलग्न नोडल अधिकारी, सेक्टर अधिकारी, मास्टर ट्रेनर आदि को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा की गई चिकित्सकीय व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी गई।

हार्ट अटैक, लकवा, मिरगी के लक्षण क्या हैं, क्या करें

इस दौरान बताया गया कि हार्ट अटैक, लकवा, मिरगी के लक्षण क्या-क्या हैं और किन परिस्थितियों में आकस्मिक बचाव के लिए प्रारंभिक तौर पर क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं। इसी तरह सर्पदंश की स्थिति में मौके पर सर्प की फोटो खींचने और सर्पदंश के उपर वाले स्थान पर पट्टी बांधने के संबंध में बताया गया। सर्पदंश के दौरान उक्त स्थान से जहर न चूसने कहा गया। सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने निर्वाचन कार्यों में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के लिए उपलब्ध कराई गई चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सीमा पात्रे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

अपनी दवा साथ रखें और प्रतिदिन ध्यान-योगा करें
चिकित्सकों द्वारा निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों को तनाव से दूर रह कर योगा, ध्यान, व्यायाम करने कहा गया है। सभी को सलाह दी गई है कि वे खाली पेट न रहें। खासकर शुगर वाले मरीज नियमित रूप से कुछ खाद्य सामग्री का सेवन करते रहें। ऐसे कर्मी, जो बीपी, शुगर, थॉयरायड आदि के मरीज हैं, वे अपनी दवाईयां साथ रखें। किसी भी आपात स्थिति में उच्च अधिकारियों को सूचना देने के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सूचित करने और स्वास्थ्य केंद्र में उपचार सुनिश्चित कराने कहा गया है।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के उद्देश्य से आयोग के निर्देश पर विभिन्न विभाग के अफसर-कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। निर्वाचन कार्य में आदेशित अफसर-कर्मियों के लिए राज्य के सभी शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

रायपुर-बिलासपुर, विशाखापत्तनम तक इलाज सुविधा

शासकीय अस्पतालों में आवश्यक सुविधा उपलब्ध ना होने की स्थिति में अथवा आपातकालीन स्थिति के लिए निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु राज्य व राज्य के बाहर अस्पतालों को भी चिन्हांकित किया गया है। राज्य के भीतर राजधानी रायपुर स्थित श्री बालाजी अस्पताल मोवा, श्री नारायणा अस्पताल देवेन्द्र नगर रायपुर, रामकृष्ण केयर अस्पताल पचपेड़ी नाका रायपुर तथा एनएचएमएमआई अस्पताल पचपेड़ी नाका रायपुर में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार राज्य के बाहर हैदराबाद स्थित केयर हॉस्पिटल तथा विशाखापट्टनम के अपोलो अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। आदेश में उल्लेखित किया गया है कि निर्वाचन कार्य में शामिल शासकीय अधिकारी-कर्मचारी एवं अशासकीय अधिकारी-कर्मचारी तथा सुरक्षा बलों एवं स्टाफ के उपचार की सुविधा जिले के शासकीय चिकित्सालयों में उपलब्ध न होने की स्थिति में जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य नोडल एजेंसी, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा इन चिकित्सालयों में रिफर किए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में डॉ. खेेमराज सोनवानी, उप संचालक, राज्य नोडल एजेंसी के साथ समन्वय कर कार्य संपादित किया जाएगा।


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