दिल्ली उच्च न्यायालय ने राव IAS coaching centre के तलघर में पानी भरने से 3 अभ्यर्थियों की हुई मौत के मामले की जांच CBI से कराने का आदेश दिए हैं। न्यायालय ने DELHI POLICE और नगर निगम (MCD) को फटकार लगाते हुए कहा, घटना की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि जांच के विषय में आम जनता को संदेह न हो, मामला CBI को सौंपा जा रहा है।
दिल्ली के राव कोचिंग सेंटर के तलघर में पानी भर जाने से तीन की मौत के मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। इसकी जांच अब सीबीआई करेगी। दो अगस्त को उच्च न्यायालय ने SUV चालक की गिरफ्तारी पर भी DELHI POLICE को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शुक्र है कि पुलिस ने तलघर में घुसने वाले बारिश के पानी का चालान नहीं काटा। कार्यवाहक चीफ जस्टिस मनमोहन व जस्टिस तुषार राय डेला की पीठ ने MCD को फटकार लगाते हुए कहा, यह समक्ष पाना असंभव हो वा है कि छात्र आखिर बाहर कैसे नहीं आ सके। सवाल खड़े किए गए कि उस समय क्या दरवाजे बंद थे, सीढियां संकरी थीं। पीठ ने पूछा, 2 अगस्त हो गए और अब तक की जांच में अफसरों ने क्या पता लगाया। पानी भरने में भी कम से कम 2 से 3 मिनट लगते हैं और यह सब यह एक मिनट में नहीं हो सकता। पीठ ने कहा कि दिल्ली में कई अधिकारी हैं, जो सिर्फ दूसरों पर आरोप मढ़ने में जुटे हैं और कुछ नहीं कर रहे हैं। आम लोगों का मानना है कि नगर निगम के अधिकारी अक्षम हैं है। केंद्रीय सतर्कता आयोग को CBI जांच की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति करने का निर्देश भी दिया गया है, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि जांच वक्त पर पूरा कर लिया जाए।
Delhi Police का कहना था कि, काफी तनाव में जांच हुई, न्यायालय ने कहा कि हम सभी तनाव में हैं
इधर Delhi Police के वकील ने कहा कि इस मामले की जांच पुलिस द्वारा काफी तनाव में की गई थी। Police की ओर से जिम्मेदार का पता लगाने के लिए हर एंगल की Forensic जांच कराई जा रही है। पीठ ने कहा कि हम सभी काफी तनाव में हैं। पर मौजूदा परिस्थिति में हम तनाव में नहीं आ सकते हैं, अन्यथा हम गलत कदम उठा लेते हैं। इस मामले में कुछ गलत कदम उठाए गए है। कृपया वैज्ञानिक तरीके से जांच कराएं।