कोरबा। इस संबंध में भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ, कोरबा-कुसमुण्डा (भारतीय मजदूर संघ की औद्योगिक इकाई) के कार्यकारी अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ने मानिकपुर क्षेत्र के उप महाप्रबंधक को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि इस वर्ष की भांति पिछले वर्ष भी मानिकपुर में कोयला उत्पादन लक्ष्य को समय से पूर्व प्राप्त किया गया था। यह मानिकपुर के समस्त कर्मचारी अधिकारी एवं ठेका कर्मी के अथक प्रयास से सम्भव हुआ, जिससे खुशी का महौल होना चाहिए था। पर सन्डे ड्यूटी बन्द कर खुशी में खलल डाली गई। इसके चलते दो सन्डे एवं एक पी.एच.डी. को मानिकपुर के समस्त कर्मचारियों ने एकजुट हो कार्य पर नहीं आ कर अपना विरोध दर्ज किया। मानिकपुर के सभी यूनियनों ने आप से समय मांग कर आप के साथ बैठक कर सन्डे समस्या का समाधान सर्वसहमती से निकाला गया कि मानिकपुर के समस्त कर्मचारियों को एक समान सन्डे ड्यूटी पूरे वर्ष मिले।
कंपनी नियम के अनुसार 6 सन्डे के बाद एक सन्डे कटता है, जिसे अब 4 सन्डे के बाद 5 सन्डे कटेगा ताकि साल के लास्ट मंथ में सारे सभी कर्मचारियों को एक समान सन्डे ड्यूटी मिलेगी, यह सहमती आप और यूनियन के बीच तय कर अन्दोलन को समाप्त किया गया था। निर्णय के अनुसार पूरे वर्ष 6 सन्डे के बाद एक सन्डे कटने के जगह चौथे सन्डे के बाद पांचवा सन्डे कटने लगा और पूरे 11 मंथ कटा है। इस प्रकार आपके द्वारा दुबारा सन्डे डियूटी में कटौती करना कर्मचारियों एवं यूनियनों के साथ धोखा देना हुआ है।
कार्यकारी अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ने प्रबंधन से अनुरोध किया है कि पूर्व निर्णय कि गरिमा को बचाते हुए पिछले सप्ताह एवं इस सप्ताह में जिन कर्मचारियों का नियम विरुद्ध सन्डे कटौती की गई है। बचे सप्ताह में उसकी भरपाई की जाए, अन्यथा मानिकपुर के समस्त कर्मचारी एवं यूनियन आन्दोलन की राह अपना सकते है. इसकी जवाब देही आप की होगी।