2 साल पहले दशहरे के मेले में झगड़े से शुरू हुई थी दुश्मनी, चाकू से 7 बार वार कर खत्म की हिस्ट्रीशीटर की कहानी 


दो साल पहले एक मेले में हुए मामूली झगड़े ने ऐसा रूप लिया, कि एक युवक की खौफनाक हत्या पर आकर खत्म हुआ। दशहरे के मेले में हुई बहस से दुश्मनी का बीज बोया गया। फिर आरोपी उस मौके की तलाश करने लगे, जब दिल की आग बुझाई जाती। इंतजार किया, प्लानिंग की और आखिर दुश्मन को अकेला देखते ही टूट पड़े। एक बाद एक उसके पेट में 7 बार चाकू घोंपा गया। उसे 400 मीटर घसीटा गया। अपराध छुपाने ब्लेड से लाश के टुकड़े टुकड़े कर डाले और ब्लेड तक टूट गई। उनके सिर पर तो बस सबक सिखाने का खून सवार था और खून बहा दिया गया। पुलिस ने अमरदीप शर्मा और उसके साथी योगेंद्र शर्मा को जेल भेज दिया है। मृतक सत्यम का नाम अक्सर मारपीट में आता था। गोला थाना में उसके विरुद्ध 4 मुकदमे दर्ज थे।


आरोपी अमरदीप शर्मा का खौफनाक कबूलनामा

हम लोग सत्यम को सबक सिखाना चाहते थे। सत्यम से हम लोगों की दुश्मनी साल 2023 से चली आ रही थी। तब हम लोगों के बीच मारपीट हुई थी। शुक्रवार को वह अकेला मिल गया। उसे घेरा और मार डाला। जब उसे पकड़ा तो वह भिड़ गया। मैंने चाकू निकाला तो उसने मेरे हाथ से चाकू छीन लिया। इससे मेरी अंगुली कट गई। फिर पैर पकड़कर उसे जमीन पर पटक दिया। मैंने उसका मुंह दबा दिया। फिर पेट में चाकू से ताबड़तोड़ वार किए।

इस दौरान उसने मेरी अंगुली में दातों से काट लिया। हत्या करने के बाद हाथ पकड़कर डेडबॉडी को 400 मीटर तक घसीटकर ले गए और गेहूं के खेत में फेंक दिया। फिर शव को काटने का प्रयास किया, मगर ब्लेड टूट गया।


यहां पढ़ें वारदात की पूरी कहानी

गोरखपुर। गोला क्षेत्र के खिरकिटा दीगर दूबे गांव निवासी सत्यम को शुक्रवार शाम पतरा गांव के नीतेश विश्वकर्मा ने फोन कर बुलाया था। दोनों तरैना नाले के नवनिर्मित पुल पर मिले और शाम सवा सात बजे तक साथ रहे। इसके बाद नीतेश घर चला गया। सत्यम अकेला रह गया।

इसी बीच खिरकिटा दीगर गांव के हेमंत उर्फ मोनू शर्मा ने सत्यम को अकेला देख लिया। उसने अमरदीप शर्मा को फोन कर इसकी जानकारी दी। सूचना पर अमरदीप, जोगिंदर व बृजमोहन शर्मा वहां पहुंच गए। उसे रास्ते में घेरकर पीटने की योजना बनाई।

सभी आरोपी सरकारी ट्यूबवेल के पास स्थित खड़ंजा के पास छिप गए। जैसे ही सत्यम वहां से गुजरा अमरदीप ने उसे पकड़ लिया और मारपीट शुरू हो गई। अमरदीप ने चाकू निकाल लिया और हमला करने का प्रयास किया। सत्यम ने सके हाथ से चाकू छीन लिया। इस दौरान अमरदीप की अंगुली कट गई।

अमरदीप को घायल देख मोनू ने पीछे से सत्यम का पैर पकड़कर उसे जमीन पर गिरा दिया। फिर अमरदीप ने सत्यम से चाकू छीन लिया। उसका मुंह दबा दिया। इस बीच सत्यम ने अमरदीप की अंगुली में काट लिया। इससे गुस्साए अमरदीप ने सत्यम के पेट को चाकू से गोद डाला।


सत्यम के मर जाने के बाद आरोपी हाथ से खींचते हुए शव को 400 मीटर दूर तक ले गए और गेहूं के खेत में फेंक दिया। घर जाकर खून लगे कपड़े बदले। करीब 30 मिनट बाद चारों आरोपी फिर मिले और शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।

आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया- घटना स्थल पर गिरे खून को साफ करने और शव को टुकड़ों में काटकर तरैना नाले में डालने की योजना बनाई। चारों लोग फावड़ा और हेक्सा ब्लेड लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर गिरे खून को फावड़े से हटाया। खून सनी मिट्टी को खेत में फेंक दिया।

फिर डेडबॉडी का बायां पैर काटने लगे। थोड़ा ही पैर कटा था कि ब्लेड टूट गया। इस पर सभी लोग घर लौट गए। यह पूरी घटना चार से पांच घंटे चली। हत्या के बाद मौके पर पहुंचे सत्यम के परिजनों ने बृजमोहन पर आरोप लगाया था।


सत्यम के भाई ने खिरकिटिया दीगर गांव के 7 लोगों के विरुद्ध नामजद तहरीर दी थी। उसमें बृजमोहन व मोनू का नाम नहीं था। उसका नाम पुलिस की जांच में सामने आया है। पुलिस ने सोमवार को मामले का खुलासा कर दिया।

पुलिस ने अमरदीप शर्मा व योगेंद्र शर्मा को जेल भेज दिया गया है। मोनू व बृजमोहन शर्मा की तलाश चल रही है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही से हत्या में प्रयुक्त चाकू, फावड़ा बरामद किया है।


यह थी इनकी दुश्मनी की जड़

बताया जा रहा है कि दो साल पहले यानी साल 2023 में दशहरे के मेले में मृतक सत्यम के साथ आरोपियों का झगड़ा हुआ था। उसको लेकर अभी तक खींचतान चल रही थी। इसके बाद भी 3 बार मारपीट हुई थी। उसी को लेकर आरोपियों और सत्यम के बीच रंजिश चली आ रही थी।


आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी

एसपी साउथ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि सत्यम की हत्या के मामले में अमरदीप शर्मा व योगेंद्र शर्मा को जेल भेज दिया गया है। नामजद मुकदमा दर्ज करने के बाद उनके सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया गया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि मोनू व बृजमोहन भी इसमें शामिल थे।

विवेचना में उनका नाम भी शामिल किया गया है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में पकड़े गए आरोपियों की पुलिस हिस्ट्रीशीट भी खोलेगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही उनके विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजनों ने आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की मांग की थी। यदि गैंगस्टर लगा तो आरोपियों की संपत्ति भी जब्त हो जाएगी।


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