कोरबा में दो साल पहले हुई फायरिंग में शामिल रहे कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू (साव) का मंगलवार 11 मार्च को झारखंड पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। एक दिन पहले तक वह रायपुर केंद्रीय जेल में बंद था। उस पर यह भी आरोप था कि वह जेल से ही गैंग ऑपरेट करता रहा। यही वजह रही जो साल 2021 के बाद से उसे 11 अलग-अलग जेल में शिफ्ट किया जाता रहा। झारखंड के साथ साथ गैंगस्टर अमन साहू के ऊपर देश के कई प्रदेशों में तकरीबन 50 से ज्यादा मामले दर्ज थे।
उल्लेखनीय होगा कि झारखंड में मंगलवार को एनकाउंटर में मारा गया गैंगस्टर अमन साहू (साव) 2 साल पहले शहर के आरकेटीसी कंपनी के दफ्तर में हुए फायरिंग की वारदात का मास्टर माइंड था। रंगदारी वसूलने अमन गैंग ट्रांसपोर्टर को धमकाने के प्रयास में लगी थी।
झारखंड का गैंगस्टर अमन साहू (साव) – अपराधिक गैंग ऑपरेट करता था। उसके खिलाफ झारखंड के अलावा कई राज्य में – 50 से अधिक केस दर्ज थे। वह झारखंड से गैंग ऑपरेट करता था, जो कोल कंपनियों से जुड़े अधिकारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारों को – टार्गेट करती है। 2 साल पहले अमन गैंग ने कोरबा के टीपी नगर स्थित आरकेटीसी – कंपनी के दफ्तर में देर शाम फायरिंग कराई थी। वारदात को बाइक सवार दो शूटर ने अंजाम दिया था, जो धमकी भरा पर्चा फेंक गए थे। पर्चे में लिखा था कि अगर झारखंड में काम करना है, तो मुझसे सेटिंग करनी पड़ेगी, नहीं तो मौत के लिए तैयार रहना पड़ेगा। बदमाश ने खुद को अमन साहू गैंग का सदस्य मयंक सिंह बताया था। हालांकि कोरबा पुलिस ने मामले में जांच कर अमन गैंग के लिए काम करने वाले दोनों शूटर को गिरफ्तार कर लिया था। आरकेटीसी यानी आरके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी ठेकेदारी, पॉवर सेक्टर, फेरो एलाय और परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है। ये कंपनी न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि झारखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी सक्रिय है। शहर के एक बड़े ट्रांसपोर्टर कंपनी के मालिक है। कंपनी घटना के समय सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड की झारखंड के चतरा-टंडवा स्थित मगध और आम्रपाली एरिया में भी रेलवे साइडिंग तक कोल परिवहन का काम कर रही थी।
इस तरह एनकाउंटर
सोमवार की रात 8:09 बजे गैंगस्टर अमन साव को रायपुर सेन्ट्रल जेल से बाहर निकाला गया। 8.11 बजे झारखंड पुलिस की गाड़ी उसे रायपुर सेंट्रल जेल परिसर से लेकर झारखंड के लिए रवाना हुई। पलामू एसपी रिष्मा रमेशन के मुताबिक, अमन साहू को एनआईए के एक मामले में एटीएस की टीम रायपुर जेल से ला रही थी।
जैसे ही स्कॉर्पियो चैनपुर-रामगढ़ रोड़ के अन्हारी ढोढ़ा घाटी पहुंची। अमन साहू के साथियों ने, उसे छुड़ाने के लिए स्कॉर्पियो पर बम फेंका।
घटना मंगलवार सुबह 9.15 बजे की है। एसपी रिष्मा रमेशन ने बताया कि, बमबाजी के बाद अमन साहू ने हवलदार राकेश कुमार के हाथ से राइफल छीनकर फायरिंग की कोशिश की, तभी जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया। हवलदार की जांघ में गोली लगी है। उसका इलाज एमएमसीएच पलामू में चल रहा है।
छत्तीसगढ़ के इन मामलों से था कनेक्शन
➡️ 30 सितंबर 2022- शाम 6.22 बजे आरकेटीसी के टीपी नगर कोरबा ऑफिस के बाहर एक हेलमेट पहने बाइक सवार ने फायरिंग की और ऑफिस में एक पर्चा फेंका। पर्चे में लिखा था कि झारखंड में ट्रांसपोर्ट कारोबार करने के लिए अमन साहू गैंग से लेन-देन करना होगा।
➡️ 11 फरवरी 2023- शाम 6.52 बजे आरकेटीसी के शंकर नगर सेक्टर-2 रायपुर ऑफिस के सामने बाइक सवार दो युवक पहुंचे। उन्होंने कंपनी के गेट के पास एक चक्कर लगाने के बाद एक बार फायरिंग की, जो दीवार में लगी। सिविल लाइन पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा।
➡️ 11 जून 2023- सुबह करीब 11 बजे अनुपम नगर के पास करिश्मा अपार्टमेंट में इंद्रमणि कोल कंपनी के मुंशी विजय शेखर पांडेय के फ्लैट पर किसी ने फायरिंग की। गोली बालकनी में लगे शीशे को छेदते हुए अंदर गिरी। रिपोर्ट दर्ज लेकिन शूटर का कोई पता नहीं चला है।
➡️ राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना इलाके का था। यहां 13 जुलाई 2024 को पीआरए ग्रुप के गेट पर बाइक सवार दो नकाबपोशों ने गोली चलाई।
148 दिन तक रायपुर की जेल में रहा अमन
तेलीबांधा थाना इलाके में कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रह्लाद राय अग्रवाल पर फायरिंग केस में अमन का नाम आया था। पुलिस ने जांच की तो पता चला, कि अमन झारखंड की चाईबासा जेल में बंद है। रायपुर पुलिस ने कागजी कार्रवाई की और चाईबासा जेल से उसे रायपुर लाने के लिए रवाना हुई।
अमन 20 से ज्यादा अफसरों की कस्टडी में रायपुर लाया गया। पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया, कि अमन लॉरेंस विश्नोई का करीबी है। पूछताछ में उसने कई और राज भी खोले।