देखिए वीडियो…,शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया NSS स्थापना दिवस समारोह।
कोरबा(theValleygraph.com)। आज समाज को युवाओं की आवश्यकता है। स्वयंसेवकों को समाज की आवश्यकताओं को पहचानना और समझना होगा। उस दिशा में आगे बढ़ें, खुद को कुशल और योग्य बनाने का प्रयास आज से ही प्रारंभ करें। आप सभी युवा अपने व्यक्तित्व को महान बनाएं और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
यह विचार राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठन वायके तिवारी ने शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा में आयोजित NSS स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
मिनीमाता कन्या महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ रा.से.यो स्थापना दिवस समारोह मनाया। वाय.के. तिवारी, जिला संगठक (कोरबा), राष्ट्रीय सेवा योजना अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के मुख्य आतिथ्य में यह समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य एवं एनएसएस के संरक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह के द्वारा की गई।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्रीमती संध्या पांडेय हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं आइ.क्यू.ए.सी. प्रभारी श्रीमती अमिता सक्सेना उपस्थित हुई। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. डेज़ी कुजूर के द्वारा किया गया। समारोह का सफल संचालन एनएसएस स्वयंसेवक कु. आरती साहू एवं कु.अमरावती के द्वारा किया गया।
वर्ष 1969 में महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना पूरे भारत वर्ष में भारत सरकार के द्वारा की गई। उच्च शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों में सामाजिक दायित्व, चेतना, स्वप्रेरित अनुशासन के साथ श्रम के प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न करने के उद्देश्य से एन.एस.एस. स्थापना की गई । प्रत्येक वर्ष इस अवसर पर महाविद्यालय की एन.एस.एस इकाई के द्वारा महत्वपूर्ण आयोजन किए जाते रहें हैं। इस तारतम्य में इस वर्ष स्थापना दिवस के अवसर पर स्वयं सेवकों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वाय.के. तिवारी, जिला संगठक (कोरबा), राष्ट्रीय सेवा योजना अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज समाज को युवाओं की आवश्यकता है। स्वयंसेवकों को समाज की आवश्यकताओं को पहचाना और समझना होगा और उस दिशा में काम प्रारंभ करें। अपने व्यक्तित्व को महान बना देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।” अपने संबोधन के बाद उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना गीत गवाया। इससे स्वयंसेवकों में नवीन ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य एवं एन.एस.एस के संरक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा कि “राष्ट्रीय सेवा योजना को स्थापित करने के पीछे भारत सरकार का उद्देश्य रहा है कि विद्यार्थी अपने रिक्त समय का सदुपयोग समाज सेवा के लिए करें। समाज सेवा के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करें और अपने व्यक्तित्व का विकास करें।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती संध्या पांडेय विभागाध्यक्ष हिन्दी ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में एन.एस.एस. की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए। महाविद्यालय के कई स्वयंसेवकों को उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत करते हुए श्रीमती पांडेय ने स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित श्रीमती अमिता सक्सेना ने सफल व्यक्ति और एक अच्छे इंसान के बीच में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि “जीवन में केवल सफलता ही सब कुछ नहीं है। एक अच्छा इंसान बनना उससे ज्यादा ज़रूरी है और राष्ट्रीय सेवा योजना एक व्यक्ति को अच्छा इंसान बनाती है। इसलिए इससे जुड़कर कार्य करें।”
मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. पापिया चतुर्वेदी पूर्व एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी एवं सुश्री मंदाकिनी चंद्रा पूर्व एन.एस.एस स्वयंसेवक ने वक्ता के रूप में एन.एस.एस से संबंधित जानकारी एवं अपना अनुभव उपस्थित स्वयंसेवकों के साथ साझा किये। इस समारोह में स्वीप नोडल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार साहू ने उपस्थित स्वयंसेवकों से मतदान के घटते प्रतिशत पर अपनी चिंता व्यक्त कर स्वयंसेवकों से कहा कि “वे मतदान के महत्व को समझे। ” साथ ही उन्होंने नवीन मतदाताओं को अपना पंजीयन करने की सलाह दी। वहीं श्रीमती मोनिका मिंज, सहायक अध्यापक गृह विज्ञान ने पौष्टिकता से भरपूर अपने आसपास मौजूद साग सब्जियों और अनाज के संबंध में महत्वपूर्ण और लाभकारी जानकारी दी।
इस समारोह में विगत दो वर्षों से सक्रिय स्वयं सेवकों को विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त “बी” प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि के हाथों से दिया गया एवं नवीन पंजीकृत स्वयंसेवकों को एन.एस.एस बैज और डायरी दी गई। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य एवं एन.एस.एस. के संरक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह ने मुख्य अतिथि श्री वाय.के. तिवारी, जिला संगठक (कोरबा), राष्ट्रीय सेवा योजना, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
अंत में महाविद्यालय की एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. डेज़ी कुजूर ने आभार ज्ञापित किया। इस समारोह को सफल बनाने में महाविद्यालय के स्वयंसेवक साक्षी पांडेय, नीतू चौहान, रानी वर्मा, किरण बंजारे, नैन्सी केशकर, रिया शर्मा, सुचित्रा नायक, निलेश्वरी, श्रद्धा जांगड़े, कंचन कंवर, राधा मानिकपुरी आदि का मुख्य योगदान रहा।