December 8, 2023

उस दौर में दिल का दौरा पड़ते ही बड़े शहर की दौड़, अब एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम से लैस NKH ने यहीं सम्भव बनाया बड़े से बड़ा इलाज

1 min read

New Korba Hospital ने दस साल में बदल दी कोरबा जिले में चिकित्सा सेवाओं की सूरत, संभव कर दिखाया एक ही छत के नीचे हर बीमारी का उपचार, अब तक 90 हजार से अधिक घायलों को नई जिंदगी देकर NKH बना स्वास्थ्य सुविधाओं में सिरमौर

कोरबा(theValleygraph.com)। एक वह दौर था, जब आधी रात किसी को दिल का दौरा पड़ जाता, तो परिजन उन्हें लेकर बड़े शहरों की दौड़ लगाने मजबूर थे। दफ्तर से घर लौट रहा राहगीर हादसे में घायल होकर लहूलुहान पड़ा होता, तो गुजरते वक्त के हर पल में बचने की गुंजाइश दम तोड़ने लगती। पर एनकेएच ने कोरबा में चिकित्सा सेवाओं का वक्त बदल दिया है। बड़ी और गंभीर बीमारियों का बड़े से बड़ा इलाज लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम चौबीस घंटे उनकी सेवा में तत्पर है, जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है। एनकेएच ने इन दस वर्षों न केवल चिकित्सा सेवाओं की सूरत बदल दी है, कोरबा के लोगों में वह छवि भी कायम की है, जो मन-मस्तिष्क में एक विश्वास जागृत करता है कि बस किसी तरह एनकेएच के द्वार पर पहुंच जाएं, तो आपकी जिंदगी बच सकती है।

संभाग में जिले के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सालय के रूप में उभरकर सामने आए न्यू कोरबा हॉस्पिटल एक ही छत के नीचे जांच-परीक्षण से लेकर चिकित्सा और ट्रॉमा से राहत की हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। एक समय था जब आपात घड़ी में लोगों को इलाज के लिए राजधानी की दौड़ लगानी पड़ती थी। इस दौड़ में हजारों जिंदगियां हार गई, क्योंकि उनके से किसी के पास वक्त नहीं था, तो कोई बड़े अस्पतालों के बड़े खर्चों टूट गए। आम लोगों की इस आवश्यकता को ध्यान के रख दस साल पहले अस्तित्व में आई न्यू कोरबा हॉस्पिटल अपने बेहतर चिकित्सा सेवाओं की बदौलत काफी कम समय मे असंख्या लोगों में भरोसे का रिश्ता कायम किया है। एनकेएच को एनएबीएच के साथ साथ केंद्र व राज्य शासन से भी मान्यता प्राप्त हो चुका है। सफलता के कीर्तिमान गढ़ते एनकेएच चिकित्सालय ने इन 9 सालों में 3.50 लाख से ज्यादा मरीजो की मुस्कान कमाई है। ट्रामा केयर में संभाग का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सालय एनकेएच सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल कम खर्च में उपचार करने के बावजूद गुणवक्ता से कोई समझौता नहीं करता। न्यूनतम दर पर उच्च्तम श्रेणी का उपचार देने के विषय में चिकित्सालय के संचालक व वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. चंदानी बताते है कि शुरुआती दिनों में क्लीनिक पहुंचे एक गंभीर मरीज को सुविधा के अभाव में मुझे हायर सेंटर रेफर करना पड़ा था। मरीज का गोल्डन आॅवर समाप्त हो चुका था उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मुझे हर बार इस बात का मलाल हुआ करता कि अगर कोरबा में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल होता तो उस मरीज को मैं बचा सकता था। इसके बाद कोरबा के कई वरिष्ठ चिकित्सकों के मार्गदर्शन व सहयोग से हमने एन के एच की स्थापना की। यहां अस्थि (हड्डी) रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन, न्यूरो सर्जन, मैक्सीलो फेशियल सर्जन, छाती रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, नवजात शिशु विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, मनोरोग विशेषज्ञ, इंटरनल मेडिसीन, इंटेंसिविस्ट , रेडियोलॉजिस्ट, ईएनटी, हृदय रोग विशेषज्ञ, हर समय उपलब्ध रहते है। 100 बिस्तरों वाले न्यू कोरबा हॉस्पिटल में 12 बेड जीआईसीयू, 6 बेड एचडीयू के साथ 20 बेड एनआईसीयू उपलब्ध है। यहां के 4 मॉड्यूल आॅपरेशन थियेटर में लेमिनार एयर फ्लो की विशेषता है कि यह आॅपरेशन के बाद संक्रमण का दर शून्य रखता है मतलब किसी भी तरह के इंफेक्शन का खतरा यहां नहीं है। इस चिकित्सालय में मॉड्यूलर आॅपरेशन थियेटर, आईसीयू, नवजात के लिए एनआईसीयू, लेबर ओटी, इमरजेंसी वार्ड, एक्स-रे, पैथोलॉजी, फामेर्सी, फिजियोथैरेपी, डायलिसिस, सीटी स्कैन, सोनाग्राफी, ट्रामा एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। इस चिकित्सालय में 24 घंटे आपातकालीन सेवा आरंभ रहता है। देर रात गंभीर रोग से पीड़ित मरीज के आने पर भी टीम द्वारा तत्परता के साथ उपचार प्रारंभ करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। आयुष्मान कार्ड, केंद्र व राज्य शासन के योजना से पूर्णत उपचार की सुविधा प्रदान करने वाला यह चिकित्सालय सभी प्रकार के निजी हेल्थ कार्ड को भी स्वीकार करता है।

3 अत्याधुनिक इंटेंसिविस्ट से लैस बेस्ट ट्रामा केयर मैनेजमेंट
एनकेएच चिकित्सालय सड़क पर भीषण हादसे के शिकार हुए मरीज को त्वरित रूप से अत्याधुनिक चिकित्सा एवं उपचार पद्धति उपलब्ध कराने की खास क्षमता से लैस है। ऐसी इमरजेंसी में पेश आने वाली चिकित्सा चुनौतियोें का हल यहां मौजूद है, जिनमें घायल को जिंदगी में वापस लौटा लाने 3 सर्वश्रेष्ठ इंटेंसिविस्ट व 10 ड्यूटी डॉक्टरों की ट्रामा केयर, आईसीयू टीम के अलावा एनकेएच के 18 विशेषज्ञ चिकित्सकों, 450 से अधिक चिकित्सा स्टॉफ 24 घंटे सातों दिन आपातकालीन सेवाएं लेकर उपलब्ध रहती है। एनकेएच की इस विंग में बेसिक व एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेंड स्टॉफ अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

लहूलुहान मरीज को रेफर करने की बेबसी से मिली प्रेरणा: डॉ एस चंदानी
चिकित्सालय में गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सेवा के साथ हमने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि उपचार न्यूनतम दरों पर किया जाए। डॉ. एस. चंदानी कहते है कि उनके पास डॉक्टर की डिग्री तो थी, पर मन में एक टीस रह-रहकर तकलीफ देती थी। जब-जब सड़क पर कोई हादसा होता, किसी की जिंदगी खतरे में होती तो बुरी तरह घायल, लहुलुहान व तड़पते मरीज को लेकर लोगों को दूसरे शहर भागने मजबूर होना पड़ता। यही असहनीय पीड़ा थी, जो कुछ बेहतर करने के लिए मेरी प्रेरणा बनी। मन मेें यह विचार आया कि क्योंं न कोरबा में एक ऐसे सेंटर की शुरूवात की जाए, जहां आकर मरीज की उखड़ती सांसों को थामने का भरोसा, लोगों में जगाया जा सके। 18 साल पहले मैंने जो सपना देखा था, उसे हासिल करने एक सक्षम टीम बनाई और दिन-रात मेहनत के बाद एनकेएच के प्रति कायम हो चुके लोगों के विश्वास से अब वह सपना पूरा हुआ। यही वजह है कि आने वाले समय में हम सुपरस्पेश्यालिटी हॉस्पिटल के दायित्व की पूर्ति करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या में बढ़ोतरी कर नियुक्ति किए जा रहे है। मरीज की संतुष्टि ही एनकेएच की पूंजी है, जहां महानगरों से आधी दर पर उपचार सुविधा उपलब्ध है। सतत प्रयास के जरिए सेवाओं में विस्तार कर कोरबा में कैथलैब व डायलिसिस विभाग की स्थापना किया गया है जिससे हृदयरोगियों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी व पेसमेकर से संबंधित जानकारी व इलाज संभव हो गया है। वहीं जिले में पहली बार, वैस्कुलर एव एंडो वैस्कुलर सर्जन ने किडनी मरीजों के लिए एवी फिस्टुला बनाने की शुरूआत एनकेएच में कि है।

सुपरस्पेस्लिटी चिकित्सा व ट्रामा केयर पर संभाग में जिले का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सालय

सुपरस्पेस्लिटी चिकित्सा व ट्रामा केयर के मामले में एन के एच बिलासपुर संभाग में जिले का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सालय बनकर मरीजों की उम्मीद पर खरा उतरा है। हास्पिटल अपने सेवाभावी कार्य व संस्था द्वारा संचालित सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान के साथ मिलकर मानव सेवा के उद्देश्य को बखूबी सार्थक करता आ रहा है। एनकेएच के ट्रामा केयर विभाग ने औद्योगिक जिला कोरबा में होने वाले सड़क दुर्घटना के मामलों में हजारों घायलों को नई जिंदगी प्रदान की है। सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान ने बुजुर्गों व दिव्यांगो के लिए नई सेवा शुरू की गई है। इस वर्ग के मरीजों को नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा, नि:शुल्क ब्लड प्रेशर चेकअप, नि:शुल्क ब्लड शुगर चेकअप (माह में एक बार), नि:शुल्क घर पहुंच सेवा, ब्लड सैंपल कलेक्शन की सुविधा दी जा रही है। बुजुर्गों व दिव्यांग सभी मरीजों को अस्पताल की ओर से उपचार में विशेष रियायत दिया जाता हैै। इसके तहत अस्पताल में भर्ती मरीजों को पैथोलॉजी लैब व दवाईयों में भी छूट प्रदान की जाती है। इसके अलावा सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान जरूरतमंद मरीजों के लिए ब्लड की व्यवस्था, जरूरत की वस्तु मुहैया कराने सहित गर्मियों में प्याऊ के माध्यम से सेवा के कदम तेजी से आगे बढ़ाते आया है। संस्था के द्वारा गरीब निर्धन कन्याओं के शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास किया जा रहा है, जिसके तहत निर्धन बालिकाओं के जीवन में ज्ञान का उजियारा भी फैलाया जा रहा है। संस्था उनके नि:शुल्क शिक्षा का दायित्व निभा रहा है ।

एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी शुरू, किडनी मरीजों के लिए बड़ी राहत

एनकेएच में कैथलैब की सुविधा प्रारंभ होने से हृदयरोगियों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी से संबंधित जानकारी व इलाज संभव हो गया है। कोरबा वासियों को उपचार की उच्च स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध एनकेएच प्रबंधन ने 27 मई 2023 को कैथ लैब का शुभारंभ किया। अस्पताल में 200 से अधिक हृदय रोगियों का उपचार किया जा चुका है, जिनमें से 52 मरीजों का एंजियोप्लास्टी व एंजियोग्राफी सफलतापूर्वक किया गया। इस इलाके में किसी भी अस्पताल में कैथ लैब की सुविधा नहीं है, दिल के प्रेशर, हॉर्ट की धमनियों में बने ब्लॉकेज आदि की बारीकी से जांच के लिए कैथ लैब बेहद महत्वपूर्ण उपलब्ध हो रहा है। दरअसल खानपान, दिनचर्या में बदलाव और लोगों में बढ़ते तनाव के कारण लोगों में ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। दिल की समस्याओं के मरीजों की बढ़ती संख्या इसका प्रमाण है। ब्लॉकेज या दिल की दूसरी समस्याओं का समय पर पता नहीं चलने से मरीजों को काफी दिक्कत होती है। कैथलेब की सुविधा एनकेएच में मिलने से लोगो को महानगरों की ओर रूख नहीं करना पड़ रहा है। जिले में पहली बार, वैस्कुलर व एंडो वैस्कुलर सर्जन ने किडनी मरीजों के लिए एवी फिस्टुला बनाने की शुरूआत एनकेएच में की गई है। शहर में एवी फिस्टुला की सुविधा नहीं थी। पर अब जिले में पहली बार, वैस्कुलर सर्जन द्वारा किडनी मरीजों के लिए फिस्टुला बनाने की शुरूआत हो चुकी है। वैस्कुलर सर्जन, जो की संवहनी प्रणाली के रोगों के इलाज के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित होते हैं। फिस्टुला तैयार होने में एक माह तक समय लगता है। एनकेएच में करीब 15 से 16 मरीजों के प्रतिदिन डायलिसिस होती है।

मैक्सिलो फेशियल सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध

गले, मुंह, चेहरे की संरचना में आने वाली किसी भी परेशानी को ठीक करने के लिए की जाने वाली सर्जरी को ओएमएस (ओरल व मैक्सिलो फेशियल सर्जरी) कहते हैं। इस सर्जरी की मदद से क्लेफ्ट पैलेट, जबड़ों या फिर होंठों के किसी भी विकार का सुधार किया जा सकता है। इस सर्जरी में कोमल और कठोर टिशूज को आॅपरेट कर चेहरे या गले के रूप में बदलाव किया जाता है।

उपचार के लिए पैथोलॉजी टेस्ट सबसे अहम – डॉ वंदना
अस्पताल में उपचार कराने आने वाले मरीजो को जांच हेतु बाहर पैथलैब में भटकना न पड़े इस लिहाज से एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ संयुक्त प्रयास से अस्पताल में ही विश्व स्तरीय मशीनों व अनुभवी तकनीशियन की स्थापना की गई है। एडीसी की संचालिका डॉ. वंदना चंदानी कहती है कि पैथोलॉजी के क्षेत्र में नए संसाधनों, परीक्षण शैली और उपकरणों को अपनाते हुए खुद को निरंतर बेहतर करने की कोशिश की गई है, ताकि मरीज के उपचार में कोई चूक न हो। बस इन्हीं कोशिशों से एडीसी ने आज लोगो में यह भरोसा कायम किया है, किसी भी मर्ज की जांच रिपोर्ट एडीसी में ही सबसे सटिक मिल सकती है। पिछले 12 वर्षो से कार्य करते पता ही नहीं चला कि कैसे 7.5 लाख से अधिक मरीजों के विभिन्न टेस्ट किए गए। जटिल रोगों के सही उपचार के लिए पैथोलॉजिस्ट टेस्ट महत्वपूर्ण आधार होता है। हमने 12 साल पहले जब यहां एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर की स्थापना की, तभी से हमने सेंटर को पूरी तरह से आधुनिकतम व विश्वस्तरीय जांच का केन्द्र बनाने का संकल्प लिया था। पैथोलॉजी में गोल्ड मैडल प्राप्त डॉ श्रीमती चंदानी ने 2007 में कोरबा शहर के हदय स्थल निहारिका क्षेत्र में सिनेमाघर के पीछे एडीसी की स्थापना की। उन्होने बताया कि जब एडीसी की स्थापना हुई तब कोरबा में कम ही ऐसे पैथोलैब थे, जहां आधुनिकतम मशीनों के साथ अपने काम में माहिर स्टॉफ हो। जांच के नतीजे परफेक्ट होने के कारण जल्द ही अंचल के डॉक्टर व मरीजों का विश्वास एडवांस डायग्नोस्टिक को हासिल हुआ। वही लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रांसपोर्ट नगर में भी एडीसी की नई ब्रांच प्रारंभ की गई है इसी तरह पुराना बस स्टैंड कोरबा के अलावा छुरी, जमनीपाली,कटघोरा बाकीमोगरा, कुसमुंडा जैसे क्षेत्र में भी हमारी शाखाएं कार्यरत है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © https://contact.digidealer.in All rights reserved. | Newsphere by AF themes.