घर पर बड़ा सा पार्सल डिलिवर होते ही एक परिवार की महिला की खुशियों का ठिकाना न रहा। जल्दी से जल्दी से पार्सल खोलने का उत्साह उस वक्त खौफ में बदल गया, जब उसके भीतर मिला सामान नजर आया। दरअसल किसी ने पार्सल में उस महिला को एक लाश भेज दी थी। मामले की जांच की जा रही है और अब पुलिस उस डिलिवरी ब्वाय की तलाश में जुट गई है, जिसने यहां ये पार्सल डिलिवर किया था।
Andhra Pradesh के वेस्ट गोदावरी पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि यह पार्सल येंदागंडी गांव में रहने वाली महिला नागा तुलसी के निर्माणाधीन घर में गुरुवार रात को डिलीवर किया गया। महिला घर में अकेली रहती थी। उसका पति कई साल पहले लापता हो गया था। पुलिस ने बताया कि महिला के पति के लापता होने के बाद वह अपने परिवार के साथ रहने लगी थी। कुछ दिनों पहले ही महिला ने अकेले रहने का फैसला किया। महिला ने अपनी फैमिली के घर से 1 किलोमीटर दूर एक अन्य घर में रहने का फैसला किया। महिला इसी घर में कुछ कंस्ट्रक्शन कराना चाह रही थी। कुछ दिनों पहले क्षत्रिय सेवा समिति नाम के एक संगठन से जुड़े एक शख्स ने महिला की मदद करने की बात कही। उसने महिला से कहा- हम दोनों एक ही कास्ट के हैं। इसलिए तुम्हारी मदद कर रहा हूं। सेवा समिति ने महिला को कुछ दिनों पहले कंस्ट्रक्शन के लिए सितंबर 2024 में टाइल्स भेजी थीं। महिला ने निर्माण में आगे की मदद के लिए क्षत्रिय सेवा समिति से फिर से मदद मांगी। समिति ने महिला को वॉट्सऐप कर कहा था कि लाइट, पंखे और स्विच जैसी चीजें भेजी जाएगी। गुरुवार रात को आए पार्सल में महिला को लगा की इसमें लाइट पंखे ही होंगे। डिलीवरी बॉय ने भी यही बात कही। इसलिए महिला ने पार्सल स्वीकार कर लिया।
शव के साथ मिले नोट में लिखा, जिंदा रहना है तो 1.35 करोड़ चुकानी होगी
शव के साथ मिले नोट में लिखा है, “आपके पति ने 2008 में 3 लाख रुपए का लोन लिया था। जो अब बढ़ते-बढ़ते 1.35 करोड़ रुपए हो गया है। अपने परिवार के साथ कुछ बुरा होते नहीं देखना चाहती तो पूरी रकम चुकानी होगी। पुलिस ने कहा- शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। शुरूआती जांच में पता चला है कि शव 45 साल के पुरुष का (Corpse inside parcel) है। उसकी मौत 4-5 दिन पहले हुई है। यह हत्या का मामला है या नैचुरल डेथ है, इसकी जांच की जा रही है।
पार्सल (Corpse inside parcel) पहुंचाने वाले शख्स और डिलीवरी बॉय की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। जल्द ही दोनों को ढूंढ लिया जाएगा। क्षत्रिय सेवा समिति से जुड़े लोगों को भी पुलिस स्टेशन बुलाया गया है। जांच के बाद ही सारी बातें स्पष्ट हो सकेंगी और कुछ कहा जा सकेगा।