श्वेता नर्सिंग होम सुनालिया चौक कोरबा में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक मरीजों को देगें परामर्श
कोरबा(thevalleygraph.com)। मध्य भारत के जाने माने कैंसर विशेषज्ञ, कैंसर चिकित्सा जगत के सशक्त हस्ताक्षर एवं देश के सुप्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ, ऑन्कोलॉजिस्ट व हिमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ.रवि जायसवाल 5 जुलाई को कोरबा आएंगे। वे श्वेता नर्सिंग होम सुनालिया चौक कोरबा में प्रातः 11 बजे से दोपहर 01 बजे तक लोगांे की जॉंच करेंगे एवं मरीजों को आवश्यक परामर्श देंगे तथा क्षेत्र के नागरिक इस सुअवसर का लाभ उठा सकेंगे।
कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझने वाले सैकड़ों, हजारों मरीजों को नया जीवन देने वाले डॉ.रवि जायसवाल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मध्य भारत के जाने माने कैंसर विशेषज्ञ हैं। ऑन्कोलॉजिस्ट व हिमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ.रवि जायसवाल वर्तमान में रामकृष्ण केयर हास्पिटल रायपुर में अपनी सेवाऐं दे रहे हैं। प्रदेश के लोगों की सुविधा के मद्देनजर समय-समय पर डॉ.जायसवाल प्रदेश के विभिन्न शहरों में पहुंचकर कैंसर रोग के संभावित मरीजों की जॉंच एवं उन्हें आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराते हैं। इसी कड़ी में 05 जुलाई बुधवार को डॉ.जायसवाल कोरबा पहुंचकर सुनालिया चौक कोरबा स्थित श्वेता नर्सिंग होम में प्रातः 11 बजे से दोपहर 01 बजे तक ओ.पी.डी. करेंगे। इस दौरान वे लोगों की जॉंच करेंगे तथा विभिन्न प्रकार के कैंसर के संभावित मरीजों को आवश्यक परामर्श उपलब्ध करायेंगे।
कैंसर चिकित्सा की गहरी समझ
कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ . रवि जैसवाल ने कम समय मे बड़ा नाम अर्जित किया है। कैंसर के विभिन्न रूपों तथा उनके सफलतम इलाज की गहरी समझ ने डॉ. रवि जैसवाल को इस मुकाम तक पहुचाया है, कि आज मुम्बई , सिकंदराबाद, बेगलुरु, पुणे, हैदराबाद सहित अन्य बड़े शहरों के सुप्रसिद्ध कैंसर हॉस्पिटलों में ईलाज कराने के बाद मरीज डॉ. रवि जैसवाल के पास अपना आगे का इलाज कराने पहुंच रहे है।
“विश्वास” कैंसर सहायता समूह का गठन –
कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा कैंसर से लड़ाई लड़ रहे लोगो की सहायता, उनकी उचित देखभाल एवं उनकी विभिन्न समस्याओं का समाधान सुगम रूप से उपलब्ध कराने के मद्देनजर डॉ. रवि जैसवाल ने अनुकरणीय पहल करते हुए “”विश्वास”” कैंसर सहायता समूह का गठन किया, जिसका बिधिवत शुभारंभ 28 जून को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर में किया गया है। डॉ. रवि अपने दायित्वों के प्रति कितने अधिक गंभीर है, इस ग्रुप के गठन हेतु उनके द्वारा उठाया गया यह कदम इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
विभिन्न प्रदेशों के मरीज पहुंचते है इलाज कराने
एक सफल कैंसर रोग विशेषज्ञ की पहचान बनाने वाले डॉ. रवि जायसवाल मरीजों एवं परिजनों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं, मरीजों एवं उनके परिजनों से उनका आत्मीय व्यवहार काबिले तारीफ है, वे मरीजों को मानसिक व आर्थिक सपोर्ट देते हैं, उनकी परेशानियों का उचित समाधान उपलब्ध कराते हैं। डॉ.रवि जायसवाल से मिलने व बात करने के पश्चात कैंसर मरीज एवं उनके परिजनों का कान्फिडेंस काफी बढ़ जाता है तथा कैंसर के प्रति उनके नजरिये में अत्यंत सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है। डॉ.रवि जायसवाल के सौम्य व्यवहार, लोकप्रियता एवं उनकी प्रोफेशनल सक्सेज के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, उडी़सा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों के कैंसर मरीज अपना इलाज कराने उनके पास पहुंचते है।
कैंसर रोग अब असाध्य नहीं
सुप्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट व हिमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रवि जायसवाल का कहना है कि कैंसर के प्रति आम लोगों को जागरूक होना अतिआवश्यक है, कैंसर रोग अब असाध्य नहीं रह गया, इसका पूर्ण इलाज संभव है तथा ऑपरेशन के बिना भी कैंसर का इलाज किया जा रहा है। परिवार के किसी सदस्य को यदि कैंसर डायग्नोस होता है तो परिवारजनों को इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है, जरूरत है उसके समयबद्ध इलाज की, समुचित देखभाल की तथा इलाज के प्रोटोकाल का पूर्ण रूप से पालन किये जाने की।
कैंसर रोग एवं सामान्य लक्षण
कैंसर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमंे ल्यूकेमिया और ब्लड कैंसर, स्तन कैंसर, हेड एण्ड नेक कैंसर, फेफडों का कैंसर, मुख कैंसर, लीवर कैंसर, पेट एवं आंत का कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर, अग्नाशय का कैंसर, हड्डी का कैंसर, मल्टीपल मायलोमा, गुर्दे एवं पेसाबनली की थैली का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर आदि प्रमुख हैं। कैंसर रोग के सामान्य लक्षण हीमोग्लोबिन कम होना, प्लेटलेट कम होना, शारीरिक कमजोरी होना सहित अन्य विभिन्न लक्षण होते हैं।
कैंसर की रोकथाम कैसे करें
सुप्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ.रवि जायसवाल का मानना है कि आवश्यक सावधानी, संतुलित दिनचर्या तथा उचित रहन सहन व खानपान से कैंसर होने से पहले ही उसकी रोकथाम की जा सकती है, इसके लिये व्यक्ति को हमेशा संतुलित आहार लेना चाहिये, धूम्रपान, तम्बाकू व शराब आदि का सेवन न किया जाए, वजन पर नियंत्रण हो, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें, नियमित व्यायाम करें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाये तथा समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लें।