रायपुर/कोरबा(theValleygraph.com)। छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों मनाई जाने वाली ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी) को लेकर शासन ने अहम निर्णय लिया है। सर्व मुस्लिम जमात ने जश्ने ईद मिलादुन्नबी की छुट्टी में संशोधन करने की मांग रखी थी। धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए मंगलवार 17 सितंबर 2024 को घोषित सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश को निरस्त किया गया और सोमवार 16 सितंबर 2024 को “ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी)” के लिए सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य शासन द्वारा 13 सितंबर, 2024 को एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 11 अक्टूबर 2023 को वर्ष 2024 के लिए अवकाश घोषित किए गए हैं, जिसमें सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश की सूची में “ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी)” के लिए दिनांक 17 सितम्बर 2024, दिन-मंगलवार को अवकाश घोषित है।
इस विषय पर नया निर्णय लिया गया है और बताया गया है कि राज्य शासन द्वारा मंगलवार 17 सितंबर 2024 को घोषित सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश को निरस्त करते हुए, सोमवार 16 सितंबर 2024 को “ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी)” के लिए सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
17 सितंबर का ऐच्छिक अवकाश यथावत
इसके अलावा मंगलवार 17 सितंबर 2024 को अनंत चतुर्दशी एवं विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर घोषित ऐच्छिक अवकाश यथावत रहेगा।
उल्लेखनीय होगा कि सर्व मुस्लिम जमात ने जश्ने ईद मिलादुन्नबी की छुट्टी में संशोधन करने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि मुस्लिम समाज के हजरत पैगंबर साहब का जन्मदिवस इस्लामिक कैलेंडर की 12वीं तारीख को अकीदत के साथ मनाया जाता है। इस आधार पर अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से उक्त पर्व 16 सितंबर को मनाया जाएगा। जबकि अंग्रेजी व प्रशासनिक कैलेंडर में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की छुट्टी प्रशासनिक त्रुटिवश 17 सितंबर को छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा घोषणा से उहापोह की स्थिति बन गई है, जिससे मुस्लिम समाज में रोष व्याप्त है। 16 को अवकाश देने की मांग रखी। सदस्यों ने बताया कि मांग पर अवकाश में संशोधन आदेश जारी किया गया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रतिनिधिमंडल में मो. न्याज नूर आरबी के नेतृत्व में मो. जफर अली, सरफराज अली, नूर मोहम्मद मेमन, आसिफ अंजुम, मो. रूहुल, अमीन खान उपस्थित थे।
ईद मिलादुन्नबी पर राताखार से बच्चों ने निकाला जुलूस
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर राताखार बजरंग चौक से छोटे बच्चो का जुलुस निकाला गया। दोपहर 3 बजे जुलुस राताखार का बस्ती का गश्त करते हुए दरीं रोड होते हुए जामा मस्जिद पहुँची। जुलूस में सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे। जामा मस्जिद कमेटी ने जुलूस का इस्तकबाल किया। बच्चों को नाश्ता कराया गया। साथ ही उन्हें कापी और पेन भेंट कर हौसला अफजाई की गई। इस अवसर पर सुन्नी मुस्लिम जमात के कारी सैय्यद सब्बीर अहमद असरफी, हाजी अखलाक खान असरफी, जुम्मन खान रिजवी, सरवर हुसैन खान, हाफिज तनवीर आलम, असरफ अली, मकसूद आलम, सोहेल अहमद, वसीम अकरम सोहेल, अमन रजा व अन्य उपस्थित रहे।