सोमवार की सुबह कोरबा के जिला शिक्षा अधिकारी टीपी उपाध्याय अपने जिले में शिक्षा व्यवस्था का हाल जानने दौरे पर निकले थे। इस बीच वे कोरबा ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक स्कूल करूमौहा पहुंचे। उन्होंने देखा की सुबह के 10.40 बज चुके थे पर अध्यापन कार्य शुरू होना तो दूर हेडमास्टर ही नदारद थे। बिना कोई सूचना इस तरह गायब रहने की बात पर हेडमास्टर को जवाब तलब किया है।
इस मामले में शासकीय प्राथमिक शाला करूमौहा के प्रधान पाठक आनंद तिवारी को जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कोरबा(theValleygraph.com)। नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि सोमवार 23 सितम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी टीपी उपाध्याय ने विकासखंड कोरबा अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला करूमौहा का आकस्मिक निरीक्षण किया। DEO के निरीक्षण के दौरान शिक्षक आनंद तिवारी बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने पाया कि सुबह 10:40 तक अध्यापन प्रारंभ नहीं हुआ था। प्रधान पाठक आनंद तिवारी को लिखा गया है कि विद्यालय में उनका नियंत्रण नहीं है। स्कूल में पदस्थ शिक्षकों के द्वारा दैयनंदनी प्रतिदिन नहीं लिखा जा रहा है। रामचरण पटेल द्वारा 23.08.2024 से दयनंदनी नहीं लिखा गया है। इसी प्रकार श्रीमती मधु यादव के द्वारा भी 19.09.2024 से दैयनंदनी नहीं लिखा गया है। DEO ने लिखा है कि प्रधान पाठक का उक्त कृत्य उनके द्वारा शासकीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता को प्रदर्शित करता है जोकि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियमो का स्पष्ट उल्लंघन है।
3 दिन जवाब पेश करें, संतोषप्रद न मिला तो अनुशानात्मक कार्यवाही होगी : DEO टीपी उपाध्याय
DEO टीपी उपाध्याय ने इस संबंध में प्रधान पाठक आनंद तिवारी को 3 दिवस के भीतर विद्यालयीन समय उपरांत अधोहस्ताक्षरी के समक्ष उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ में चेतावनी भी दी है कि जवाब अप्राप्त होने अथवा असंतोषप्रद पाए जाने पर प्रधान पाठक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उन्हीं की होगी।