शासकीय EVPG कॉलेज में चल रहे संस्कृत सप्ताह समारोह का शनिवार को समापन।
कोरबा(theValleygraph.com)। शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पिछले सात दिनों से चल रहे संस्कृत सप्ताह समारोह का शनिवार को समापन हुआ। संस्कृत सप्ताह के समापन कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन-वंदन से हुआ।
अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसके गोभिल ने संस्कृत के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि संस्कृत से ही भारतीय संस्कृति है। संस्कृत भारतीय भाषाओं की जननी है। प्राचीन काल में संस्कृत भाषा का प्रयोग दैनिक जीवन में होता था,लेकिन वर्तमान में संस्कृत का प्रयोग नही के बराबर है। संस्कृत से सम्बंधित कार्यक्रम के द्वारा ही संस्कृत को बचाया जा सकता है। राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. एलएन कंवर ने संस्कृत मंत्रों-श्लोकों के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारी दैनिक दिनचर्या संस्कृत मंत्र व श्लोक से होती है। संस्कृत के महत्व को भुलाया नहीं जा सकता। अधिक से अधिक छात्र संस्कृत पढें, समझें व संस्कृत का प्रचार करें। हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. दिनेश श्रीवास ने बताया कि हम हिंदी, अंग्रेजी के साथ संस्कृत का भी दैनिक जीवन में प्रयोग करें तभी संस्कृत जीवित रह सकता है। ऐसा करें तो हमें अपनी संस्कृति पर गर्व होगा। भारत विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है, तो इसमें संस्कृत के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
प्रतिवर्ष सावन की पूर्णिमा को मनाते हैं संस्कृत दिवस
वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष आरके मौर्य ने संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के महत्व के बारे में बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम से लोगों में संस्कृत के प्रति जागरूकता आएगी। संस्कृत को बढ़ावा मिलेगा। संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष केएस कंवर ने संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के अंर्तगत पूर्व संपादित की गई गतिविधियों को संक्षिप्त रूप में बताया। संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के गतिविधियों के अंतर्गत संस्कृत की महत्ता, संस्कृत विषय पर निबंध, आदिग्रंथ वेद-पुराण-उपनिषद आदि का परिचय, संगोष्ठी, संस्कृत छात्रों का सम्मान, संस्कृत दिवस, संस्कृत कवियों उनकी कृतियों पर चर्चा आदि कार्यक्रम आयोजित की गई। प्रतिवर्ष सावन माह के पूर्णिमा को संस्कृत दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष संस्कृत दिवस के तीन दिन पहले व तीन दिन बाद तक संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी मनीष यादव ने किया। अधिक से अधिक छात्रों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम के उद्देश्य को सफल बनाया।