नैला स्टेशन में तैयार हो रहा भव्य पंडाल, आकार ले रही भव्य प्रतिमा, माता गौरी के साथ विराजेंगी देवी सरस्वती और लक्ष्मी।
जांजगीर-चांपा(theValleygraph.com)। इस बार नैला स्टेशन के भव्य दुर्गा पंडाल में श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम में आकार ले रहे विश्वप्रसिद्ध भगवान श्रीराम के मंदिर की झलक दिखाई देगी। अनेक जगह से बुलाए गए कारीगर और मूर्तिकार भव्य पंडाल और प्रतिमा तैयार कर रहे हैं। माता दुर्गा यहां भगवान कार्तिकेय, देवी सरस्वती, लक्ष्मी और विघ्नहर्ता श्री गणेश संग स्वर्ण जड़ित भव्य सिंहासन पर विराजमान होंगी।
प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी नैला में देवी पंडाल को भव्यता प्रदान करने की तैयारी जोर शोर से चल रही है। यहां इस बार उत्तरप्रदेश के अयोध्या जी के श्रीराम मंदिर के स्वरूप में पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। पंडाल के अंदर भव्य रूप में मां दुर्गा विराजमान होंगी, साथ ही भगवान गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और कार्तिकेय स्वरूप इस साल श्रद्धालु देख सकेंगे। पंडाल में दुर्गा पूजा की शुरुआत 20 अक्टूबर से होगी। पर्व को लेकर करीब माह भर पहले स्टेशन के पास पंडाल बनाने व मूर्ति बनाने कम चल रहा है। तीन कारीगरों की टीम दिन रात काम कर रही है। भटगांव से बुलाए गए 12 लोगों की टीम प्रतिमा तैयार कर रही है। इसी तरह पड़ोसी जिला रायगढ़ से आए करीगर थर्मोकोल से कई प्रकार की सजावट सामग्री बना रहे हैं। नैला स्टेशन में प्रतिवर्ष लगने वाले इस भव्य देवी दरबार में दर्शन प्राप्त करने कोरबा, रायगढ़ और बिलासपुर से लेकर राज्य भर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। इस बार यहां अयोध्या जी के श्रीराम मंदिर का दर्शन प्राप्त होगा। श्रीश्री दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश पालीवाल ने बताया कि श्रीराम लला के भव्य मंदिर की हर आकृति को पंडाल में उकेरा जा रहा है। इस दुर्गापूजा श्रद्धालु जब मां दुर्गा का दर्शन करने आएंगे तो उन्हें श्रीराम मंदिर की अद्भुत अनुभूति होगी। सभी भगवान के ऊपर विशेष रूप से आकर्षक छत्र लगाया जाएगा, स्टेशन के पास प्रवेश द्वार को भी अयोध्या के श्रीराम की तर्ज पर बने द्वार की तरह निर्माण किया जा रहा है। 15 अक्टूबर तक पंडाल निर्माण, मूर्ति व सजावट पूरा करने प्रयास किया जा रहा है।
भटगांव के मूर्तिकार गढ़ रहे 20 फीट ऊंची प्रतिमा
यहां इस बार भटगांव से आए मूर्तिकार प्रदीप देवांगन मां भवानी की भव्य प्रतिमा गढ़ कर रहे हैं, जिसकी ऊंचाई करीब 20 फीट होगी। प्रतिमा के दोनों तरफ सिंह यानी बब्बर शेर भी नजर जाएंगे। मूर्तिकार ने बताया कि माता दुर्गा के साथ गणपति, माता लक्ष्मी, विद्या देवी सरस्वती और भगवान कार्तिकेय भी विराजमान रहेंगे, जिनकी प्रतिमा भी तैयार की जा रही है। प्रतिमा को आकार देने का काम पूरा हो गया है। पंडाल बनाने व लाइट लगाने का काम रवि द्वारा किया जा रहा है। पंडाल में 100 से अधिक सरफी लाइट लगाई जाएगी।
स्वर्ण जड़ित भव्य सिंहासन पर विराजेंगी भवानी
रायगढ़ से आए थर्माकोल आर्टिस्ट अशोक पंचाल 12 लोगों की टीम के साथ पंडाल में सजावट के सामान तैयार कर रहे हैं। इस वर्ष मां दुर्गा समेत भगवान गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और कार्तिकेय को स्वर्ण सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा। पंचाल ने बताया कि वे पंडाल को भव्य रूप से सजाने के लिए अलग-अलग प्रकार के स्टोन, पेपर, थर्माकोल का इस्तेमाल कर भव्य सिंहासन बना रहे हैं। अंतिम स्वरूप देते समय सिंहासन में स्वर्ण आभूषण भी जड़े जाएंगे।
पिछले साल अक्षरधाम की देखने मिली थी झलक
वर्ष 2016 में यहां शंख, दस और पांच रुपए के सिक्के, चांदी के सिक्के, सोने-चांदी, हीरा-मोती और नौरत्नों से मां दुर्गा के नौ रूपों वाली प्रतिमा स्थापित की गई थी। वर्ष 2017 में आयोजन समिति ने भव्य पंडाल सजाकर सोने-चांदी, हीरा-मोती और 50, 200, 500 व 2000 रुपए के नए नोटों से सुसज्जित मां दुर्गा की भव्य व विशाल प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसी तरह वर्ष 2019 में सूरत (गुजरात) स्थित प्रसिद्ध मां अम्बा देवी के मंदिर की तर्ज 100 फीट लंबा और 80 फीट ऊंचा भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया। इसके अलावा मुंबई की आकर्षक लाइटिंग व कलकत्ता की सुंदर पुष्प सज्जा भी आकर्षण का केन्द्र था। 2022 में यहां दिल्ली स्थित अक्षरधाम की झलक दिखाई दी थी।