उर्स मुबारक: शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी-संत लुतरा शरीफ में हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के 5 दिवसीय 65वां सालाना उर्स पाक आगामी 1 नवम्बर से शुरू होगा, जो से 5 नवम्बर 2023 तक बड़े ही अकीदत और शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां पूरी होने को है। उर्स संचालन कमेटी ने निर्णय लिया है कि इस बार संदल चादर में डीजे साउंड प्रतिबंधित रहेगा। दो रोटी कम खाओ, पर बच्चों को खूब पढ़ाओ और शत-प्रतिशत मतदान का फर्ज निभाओ, यही संदेश देते हुए उर्स मुबारक मनाया जाएगा।
कोरबा(theValleygraph)। शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी-संत हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह के लुतरा शरीफ स्थित दरगाह के लिए छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड रायपुर द्वारा गठित उर्स प्रबंधन समिति के सदस्य इरशाद अली, रियाज़ अशरफी एवं महबूब खान ने शुक्रवार को कोरबा प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि हर साल की तरह इस बार हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के 5 दिवसीय 65वां सालाना उर्स पाक आगामी 1 नवम्बर से 5 नवम्बर 2023 तक बड़े ही अकीदत और शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा। उर्स प्रबंधन कमेटी ने सालाना उर्स की तैयारियां तेज कर दी हैं। उर्स में तमाम तरह के धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक के अलावा अन्य संदेशपरक कार्यक्रम शामिल किए गए हैं। इरशाद अली ने बताया कि सालाना उर्स का आगाज़ एक नवंबर की सुबह 11:00 बजे परचम कुशाई के साथ किया जाएगा। पहले दिन रात 9:00 बजे लुतरा शरीफ मदरसा के प्रिंसिपल मौलाना रिज़वान रज़ा की तकरीर होगी। लुतरा शरीफ के नूरानी शाही मस्जिद के इमाम हाफ़िज़ हसन अशरफी कलाम पाक की तिलावत के साथ प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। इसके पहले दोपहर 3:00 बजे दरगाह से शाही संदल चादर निकाली जाएगी जिसे दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में चढ़ाई जाएगी शाही संदल में नागपुर के रेहान मटका पार्टी अपना प्रोग्राम देंगे। उर्स के दूसरे दिन 2 नवंबर को दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल,सलातो सलाम व शिजरा खानी होगी। शाम 5:00 बजे पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा के साथ ही दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात 9:00 बजे तकरीर का अजीमुशशान जलसा रखा गया है जिसमें उ.प्र.सुल्तानपुर के जामे अरबिया मदरसा के प्राचार्य मोहम्मद अहमद वारसी तकरीर (प्रवचन) करेंगे। तीसरे दिन 3 नवंबर को रात 9:00 बजे ऑल इंडिया नातिया मुशायरा प्रोग्राम का आयोजन होगा जिसमें देश के नामी गिरामी शायर जीशान मथुरावी, मुमताज रजा टांडा,साहिर रजा कलकत्त्वी, जमजम व कौशर कलकत्तवी तथा जैनुल आबेदीन कानपुरी अपने-अपने अंदाज में खूबसूरत शायरी प्रस्तुत करेंगे। मुशायरे का संचालन अमज़द रज़ा बनारसी करेंगे। 4 नवंबर की रात 9:00 बजे से हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल जुनैद सुल्तानी बदायूं उप्र और अनीस नवाब अहमदाबाद गुजरात के द्वारा शानदार कव्वाली की प्रस्तुति दी जाएगी। उर्स के 5 वें व अंतिम दिन 5 नवंबर को बाद नमाजे फजर कुरान ख्वानी नात व मनकबत होगी। 11:00 बजे रंग की महफिल व कुल की फातिहा होगी जिसमें मुस्लिम समाज के धर्म गुरु हजरत अल्लामा व मौलाना सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब किछौछा शरीफ के द्वारा प्रदेश के अमन चैन की दुआ मांगी जाएगी। पूरे उर्स के दौरान पूरे पांच दिन 24 घंटे शुद्ध शाकाहारी दरबारी शाही लंगर के साथ रोजाना सुबह चाय नाश्ते का माकूल इंतेजाम रहेगा।
उर्स समिति ने बताया कि उर्स प्रबंधन समिति ने इस बार यह निर्णय लिया है की चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण और हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों का ध्यान में रखते हुए संदल चादर लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को डीजे साउंड बजाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शत प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित करने अभियान
इस बार सालाना उर्स के दौरान मुस्लिम समाज के बच्चों के अलावा दिगर कौम के बच्चों की शिक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत पूरे 5 दिनों तक यहां “दो रोटी कम खाओ, लेकिन बच्चों को खूब पढ़ाओ” का संदेश के साथ 12 वर्ष तक के उम्र के बच्चों को कॉपी,पेन के साथ पेंसिल किट बांटी जाएगी। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिए लोगो को प्रेरित उर्स प्रबंधन समिति द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा।
पूरी जिंदगी कौम की खिदमत करने वालों का सम्मान
सालाना उर्स के दौरान उर्स प्रबंधन कमेटी की ओर से 2 नवंबर को दोपहर को दरगाह परिसर में प्रदेश भर के ऐसे उन तमाम लोगों के परिजनों का सम्मान किया जाएगा जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी कौम की खिदमत करते समाज के उत्थान के लिए काम किया जिसका फायदा आज मुस्लिम समाज उठा रही है मगर वे अब इस दुनिया से रुखसत हो चुके हैं। पूरे प्रदेश भर में ऐसे दानिशवर लोगो का चिन्हांकित किया जा रहा है, उन मरहुमो के परिजनों को छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड के सदस्य (सीनियर एडवोकेट) व उर्स प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद फैसल रिजवी द्वारा सम्मान प्रदान किया जाएगा।
सालाना उर्स को सफल बनाने के लिए उर्स प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वक्फ बोर्ड के सदस्य सैय्यद फैसल रिजवी (रायपुर) के दिशा निर्देश पर सदस्य इरशाद अली,हाजी मोहम्मद इकबाल हक,मोहम्मद सिराज, मोहहमद जुबेर महमूद,रियाज अशरफी, हाजी अब्दुल करीम बेग, रोशन खान, इशाक खान, महबूब खान,अब्दुल रहीम एवं मोहम्मद कुद्दूस के अलावा दरगाह लूतरा शरीफ से जुड़े तमाम खिदमतगार तैयारी में जुटे हुए हैं।