December 10, 2023

कोहड़िया में लखनलाल के घर पर पुलिस का पड़ा छापा

1 min read

Video देखिए।

कोरबा। दूसरों को सेठ की संज्ञा और खुद को गरीब कहने वाले लखनलाल असल में धन्नासेठ निकले। इनका पाखंड पकड़ा जा चुका है। मतदान के 1 दिन पहले लखनलाल कोहड़िया स्थित अपने निवास में लाइन लगाकर लोगों को नोट बांट रहे थे। उनके घर पर मेले जैसा माहौल था। लोग ऑटो रिक्शा व बाइक में बैठ कर नोट लेने उनके घर पहुंच रहे थे। सूचना निर्वाचन आयोग तक पहुंच गई। पुलिस का छापा पड़ गया, हमारे पास दो वीडियो हैं।

पहले वीडियो में आप देखेंगे कि किस तरह से लखन लाल के घर के आसपास नोट लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है। दूसरे वीडियो से जब पुलिस पहुंची, तब कैसे लोग तीतर बितर होकर भाग खड़े हुए, यह पता चलता है। इस पूरे घटनाक्रम में लखनलाल के ग़रीबी वाले पाखंड की पोल खुल गयी है। अब यह बात आम हो चुकी है कि लखनलाल वास्तव में “धन्नासेठ” हैं। जिन्होंने चुनाव के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिए हैं। वह नोट के बल पर वोट खरीदना चाहते हैं। अपने पार्षद भाई के साथ मिलकर उन्होंने पाखंड किया,लेकिन झूठी बातें ज्यादा देर तक टिक नहीं पाती है। सच्चाई सामने आ जाती है। इस कार्यवाही के बाद अलग-अलग चार स्थानों में नोट बांटने की व्यवस्था कर ली गई।

आमतौर पर चुनाव के 1 दिन पहले वाली रात को कत्ल की रात कहा जाता है। लेकिन लखनलाल ने इस कत्ल का दिन बना दिया। दिन भर पैसे बांटते रहे। शहर के जितने ऑटो रिक्शा वाले थे। सभी व्यस्त रहे, महिलाएं ऑटो में बैठकर सीधे लखनलाल के घर पहुंच रही थीं। लखनलाल ने दिन भर नोट के बदले वोट की राजनीति की। हालांकि शाम होते-होते पुलिस भी के घर पहुंच गई।

पुलिस पहुंची तो भाग खड़े हुए लोग

कोहड़िया में शाम को लखनलाल देवांगन के घर पुलिस ने छापा मार दिया। पुलिस को आता देख लोग यहां से भाग खड़े हुए उन्हें पकड़े जाने का डर था। पुलिस ने लखन लाल के घर पर छापा मार कार्रवाई की है। कार्रवाई जारी है, खबर है कि नगदी रकम भी पकड़ में आई है। जिससे यह बात अब खुल चुकी है कि लखनलाल नोट के बदले वोट ख़रीदने के लिए चुनाव के एक दिन पहले किस तरह रसातल में उतर गए हैं और लोकतंत्र को कलंकित करने का काम कर रहे हैं। लखनलाल ने खुद को झुग्गी झोपड़ीवासी और गरीब बताया लेकिन अब वह नोट बांटने लगे हैं। आम जनता को यह भी बताना चाहिए कि इतने नोट कहां से आए? वास्तव में यही उनका चरित्र है। लखनलाल एक तरफ गरीबों के सामने ढोंग करते हैं और दूसरी तरफ घर में रकम बांटकर वोट खरीदने का काम करते हैं।

देर रात रामदयाल और शाम को लखनलाल

गुरुवार की देर रात पालीतानाखार के आदिवासी उम्मीदवार खुद को गरीब बताने वाले रामदयाल उईके के वहां से पुलिस ने 11.50 लख रुपए बरामद किया। रामदयाल आधी रात को नोट बांटने पहुंचे थे। पुलिस ने रामदयाल को रंगे हाथ पकड़ लिया। अब इसी तरह लखनलाल के घर भी कोहड़िया में पुलिस ने छापा मार दिया। जो कि गरीबी का ढोंग करते फिर रहे थे। अब पुलिस ने लखनलाल की असलियत खोल दी है। भाजपाई सिर्फ कहने भर के लिए खुद को गरीब बताते हैं। वास्तव में वह किसी धन्नासेठ से काम नहीं है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © https://contact.digidealer.in All rights reserved. | Newsphere by AF themes.