NTPC Korba व मैत्री महिला समिति की संयुक्त पहल पर एनटीपीसी चिकित्सालय में स्तन कैंसर स्क्रीनिंग शिविर का उद्घाटन, परियोजना प्रमुख सरित माहेश्वरी व एमएमएस की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी रहे मुख्य अतिथि
ब्रेस्ट कैंसर का दर्द पूरी तरह से दूर किया जा सकता है। यह कोई लाइलाज बीमारी नहीं। पर वक्त रहते जांच और पहचान बेहद जरुरी है। अक्सर ऐसे मामले आते हैं, जिसमें सही समय पर डाइग्नोस नहीं होने से चिकित्सा देर से शुरु होती है और यह काबू से बाहर हो जाता है। इसलिए खासकर उस वर्ग की महिलाओं में सेहत के प्रति जागरुकता लाने की जरुरत है, जिन्हें अपने परिवार के लिए रोज की कड़ी मेहनत-मशक्कत के बीच यह आभास ही नहीं होता, कि उन्हें ऐसी भयावह बीमारी धीरे-धीरे जकड़ रही है। श्रम पर विश्वास रखने वाली ऐसी ही महिलाओं की जागरुकता व बेहतर सेहत पर केंद्रित करते हुए यह जांच शिविर एक अच्छी सोच का नतीजा है। यह शिविर ब्रेस्ट कैंसर पर प्रहार और जागरूकता के प्रसार की पहल है
कोरबा(thevalleygraph.com)। यह बातें शुक्रवार की सुबह एनटीपीसी कोरबा के परियोजना प्रमुख सरित माहेश्वरी ने कहीं। यहां एनटीपीसी व मैत्री महिला समिति के संयुक्त सहयोग व एनटीपीसी चिकित्सालय के सीएमओ डाॅ विनोद कोल्हाटकर के मार्गदर्शन में ब्रेस्ट कैंसर जांच शिविर का शुभारंभ किया गया।
बतौर मुख्य अतिथि श्री माहेश्वरी ने इस शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि यह काफी अनुरणीय सोच का परिणाम है, जो एनटीपीसी टाउनशिप में कार्य करने वाली श्रमिक महिलाओं, सफाईमित्र, घरों में काम करने वाली ऐसी माताओं-बहनों को केंद्रित कर आयोजित किया जा रहा है, जिन्हें यह पता भी नहीं चल पाता कि वे स्वास्थ्यगत जिस परेशानी को नजंदाज करती आ रही हैं, वह उनके जीवन के लिए भी आगे चलकर खतरा बन सकता है। इस तरह से उन्हें शिविर के माध्यम से जागरुक तो किया ही जा रहा है, जांच के बाद अगर किसी में कोई लक्षण मिलते हैं, तो आगे चलकर पूरा उपचार भी उपलब्ध कराया जाएगा। एनटीपीसी चिकित्सालय के सीएमओ डॉ विनोद कोल्हाटकर के मार्गदर्शन में शिविर आयोजित हो रहा। टाउनशिप में कार्यरत संविदा महिला कर्मियों, घरों में कार्य करने वाली सहायिकाओं को ध्यान में रखते हुए यह पहल की गई। स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ प्रतिभा अर्चना दास और रेडियोलाॅजिस्ट डॉ परिमिता हुरा ने महिलाओं का चिकित्सकीय व सोनोग्राफी परीक्षण किया। जांच शिविर के शुभारंभ के अवसर पर प्रबंधन की ओर से प्रमुख रुप से जीएम अर्नब मैत्रा, जीएम एसपी सिंह, जीएम मनीष साठे, वरिष्ठ चिकित्सक एवं स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ प्रतिभा अर्चना दास, रेडियोलॉजिस्ट डॉ परिमिता हुरा, मैत्री महिला समिति की उपाध्यक्ष (बाल भवन, टिनी कॉटेज प्रभारी) श्रीमती मीता भट्टाचार्य, उपाध्यक्ष एमएमएस (कल्याण प्रभारी) श्रीमती कीर्ति साठे, संयुक्त सचिव कल्याण श्रीमती रश्मि भोई, कल्याण कोषाध्यक्ष श्रीमती मधुमिता पांडा, श्रीमती बेहरा समेत अन्य उपस्थित रहे।
गर्ल एम्पावरमेंट मिशन में इस वर्ष 126 बालिकाएं करेंगे कवर
परियोजना प्रमुख श्री माहेश्वरी ने बताया कि इसके साथ ही हर साल हमारे एनटीपीसी की एक फ्लैगशिप योजना के अंतर्गत गर्ल एम्पावरमेंट मिशन संचालित होती है। यह हमारी सीएसआर गतिविधि है, जिसका आयोजन हम शुरु करने वाले हैं। इसके तहत आस-पास के गांवों में कक्षा 5वीं की बालिकाओं को केंद्रित की जाती हैं। इस वर्ष हमने 126 बालिकाओं को लाभ से जोड़ने का लक्ष्य बनाया है। इसी संदर्भ में एनटीपीसी चिकित्सालय के सीएमओ डाॅ विनोद कोल्हाटकर के मार्गदर्शन में इन सभी बालिकाओं की सेहत संबंधी सभी प्रकार की चिकित्सा जांच कराई जाएगी और जरुरत दिखी तो उपचार-दवाइयों की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। यह कार्यक्रम 30 दिन का होता है, जिसे 15 मई के आस-पास प्रारंभ किया जाएगा।
पहले चरण में 40 की स्क्रीनिंग, इलाज-दवाइयां निःशुल्क: MMS अध्यक्ष राखी माहेश्वरी
मैत्री महिला समिति एनटीपीसी कोरबा की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी ने बताया कि समिति आस-पास के गांव की महिलाओं व बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में हमने एनटीपीसी चिकित्सालय के सीएमओ डाॅ विनोद कोल्हाटकर व प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ प्रतिभा अर्चना दास के साथ मिलकर ब्रेस्ट कैंसर शिविर शुरु कर रहे हैं। यह कई चरणों में होगा और आज इसके पहले चरण का शुभारंभ किया गया है। पहले चरण में टाउनशिप में कार्यरत व आस-पास के गांव की करीब 40 महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा रही है। इनका अल्ट्रासाउंड कर पहचान करेंगे। अगर कोई मरीज चिन्हित होता है, तो आगे का पूरा इलाज व दवाइयां बिलकुल निःशुल्क प्रदान की जाएगी। इसके बाद आगे दूसरे चरण की प्रक्रिया में जांच कैंप आयोजित करते हुए लाभार्थियों का दायरा बढ़ाया जाएगा।
ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर पर करेंगे फोकस: सीएमओ डाॅ विनोद कोल्हाटकर
एनटीपीसी चिकित्सालय के सीएमओ डॉ विनोद कोल्हाटकर ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के बाद हम सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग व उपचार की दिशा में भी अगला कदम बढ़ाएंगे, ताकि सेहतमंद समाज के निर्माण में हम बेहतर योगदान अर्पित किया जा सके। स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ प्रतिभा अर्चना दास ने बताया कि भारत में स्तर कैंसर तीसरा मुख्य कारण है, जिससे महिलाओं की असमय जान चली जाती है। कैंसर की गठान कभी कभी पता नहीं चलती, जिसे देखते हुए यह स्क्रीनिंग शिविर आयोजित की जा रही है। प्रथम चरण में घरेलु कार्य करने वाली व जरुरतमंद वर्ग की महिलाओं को केंद्रित किया गया है। इनका मेडिकल एक्जामिनेशन होगा और खुद भी लक्षणों को पहचानने की विधियों से अवगत कराया जाएगा। रेडियोलाॅजिस्ट डाॅ परिमिता हुरा ने बताया कि स्तर कैंसर की पहचान व जांच में अल्ट्रासाउंड एक बहुत अच्छा, सुरक्षित आसान माध्यम है। एक्सरे मेमोग्राफी हर जगह उपलब्ध नहीं रहता व रेडियेशन का भी कुछ हद तक प्रभाव होता है। आज करीब 40 महिलाओं की अल्ट्रासोनोग्राफी करेंगे। कुछ दिखा तो आगे इलाज के लिए प्रेरित भी करेंगे।