छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के बैनर तले गुरुवार को शासकीय कर्मियों ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर शहर में मशाल रैली निकाली। इसके बाद जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। कर्मियों का कहना है कि अपने वादे के अनुरूप छत्तीसगढ़ की सरकार हमारी मांगों को पूरा करे। अगर सरकार संजीदा न हुई तो आज सिर्फ रैली निकाली गई है। आगे प्रदेश प्रदेश भर के लाखों कर्मी सामूहिक छुट्टी लेकर धरने पर बैठ जाएंगे।
कोरबा/रायपुर(theValleygraph.com)। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा ने प्रांतीय आह्वान पर बुधवार को जिले के सैकड़ों कर्मचारी- अधिकारियों ने यह मशाल रैली निकाली, लंबित डी ए सहित चार सूत्रीय मांगों पर निकाली थी। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के विपिन यादव ने बताया कि भाजपा सरकार ने चुनावी वर्षों में अपने घोषणा पत्र में मोदी की गारंटी के विश्वास पर कर्मचारियों की मांगों को जगह दी थी। पर उन मांगों को आज तक उन्हें पूरा नहीं किया गया। उन्ही मांगों को पूरा करवाने और कर्मचारी हित में कार्य कराने के लिए मशाल रैली का आयोजन किया गया। जिस पर ब्लॉक व जिला मुख्यालय में चार सूत्रीय मांगों संबंधी ज्ञापन सौंपा।
फेडरेशन के संयोजक के. आर. डहरिया ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांगे (1) केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं देय तिथि से लंबित डीए-एरियर्स, (2) चार सूत्रीय वेतनमान, (3) केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता, (4) 240 दिन के स्थान पर 300 दिन का अर्जित अवकाश नगदीकरण को लेकर आज मुख्यमंत्री के नाम जिला मुख्यालय में ज्ञापन सौंपा गया।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के जे.पी.खरे, तरुण राठौर, एस एन शिव, ओम प्रकाश बघेल, विपिन यादव ने संयुक्त रूप से बयान जारी किया कि अगर सरकार हमारी इन चार सूत्रीय मांगों पर विचार नहीं करती है तो हम 27 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को प्रदेश के लाखों कर्मचारी अधिकारी के साथ जिले में एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर ब्लॉक व जिला मुख्यालय में धरने पर बैठेंगे।
फेडरेशन कोरबा ने जिले के विभिन्न संगठनों को शासन के वादाखिलाफी के खिलाफ आपसी एकता बनाए रखने का आह्वान किया व आज की मशाल रैली के सफल आयोजन के लिए जिले के समस्त कर्मचारी अधिकारी साथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मशाल रैली में के आर डहरिया, जेपी खरे, तरुण राठौर, एस एन शिव, ओम प्रकाश बघेल, विपिन यादव, तरुण वैष्णव, नित्यानंद यादव, कृति लहरे, नोहर चंद्र, सर्वेश सोनी, मानसिंह रठिया, विनोद सांडे, रामू पांडे, करपे मैडम, आर डी केशकर, पी पी एस राठौर, विनय शुक्ला, जय राठौर, रणजीत भारद्वाज, बीआर यादव, संजय चंद्रा, अभिषेक तिवारी, बाल गोविंद श्रीवास, अखिलेश साहू, मनोज लहरे, संतोष थवाईत, संतोष कर्ष, मुकेश कैवर्त, नर्मदा साहू, प्रीति एक्का, कमल श्रीवास, प्रवीण पालिया, चंद्रभान पाटले, अशरफ खान, अमरेंद्र सिंह, राकेश मिश्रा, मनीष जी यादव, अशोक कश्यप, अनूप सिंह, रामायण पात्रे, हरदेव कुर्रे, लव चौहान, सत्यज्योति महिलांगे आदि उपस्थित थे